नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। सिहोरा थाना क्षेत्र के ग्राम डूडी निवासी बाबूलाल पटेल (40) ने एक महिला से परेशान होकर फांसी लगाया था। आत्महत्या के मामले की जांच कर रही पुलिस को दोनों के बीच बातचीत का रिकॉर्ड मिला। सोशल मीडिया पर हुई इस बातचीत से पुलिस को मामले में अहम सुराग मिला। जिसके बाद पुलिस ने आत्महत्या की इस गुत्थी को सुलझा लिया है।
बाबूलाल का शव दो सितंबर को एक पेड़ पर फंदे पर झूला मिला था। मौके पर पहुंची पुलिस को उसके शर्ट की जेब में मोबाइल फोन ओर एक सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में गांव की सुषमा पटेल, उसके पति ललित और गोपी कोल से परेशान होकर आत्महत्या करने का लेख था। पुलिस को पूछताछ में गोपी और बाबूलाल के बीच राजनीतिक शत्रुता होने का पता चला। लेकिन पुलिस ने जब बाबूलाल के फोन की जांच की तो डेढ़ माह से उसके साथ किसी प्रकार की बातचीत या संदेश का रिकॉर्ड नहीं मिला।
ललित के साथ भी बाबूलाल के फोन पर बातचीत के साक्ष्य नहीं मिले। इस बीच जांच दल को बाबूलाल और ललित की पत्नी सुषमा के बीच सोशल मीडिया पर बातचीत होने की जानकारी मिली। पुलिस ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला तो दोनों के बीच संबंधों के बारे में जानकारी मिली। उनकी बातचीत को पढ़कर दोनों के बीच रुपयों का लेन-देन होने का भी पता चला। जिसे लेकर बाबूलाल को सुषमा परेशान कर रही थी।
बाबूलाल की आत्महत्या के बाद पुलिस से बचने के लिए सुषमा ने सोशल मीडिया पर उसके साथ की गई बातचीत को मोबाइल फोन से डिलीट कर दिया था। लेकिन पुलिस उनकी चैटिंग रिकवर कर लिया। मामले में सुषमा पर आत्महत्या के लिए उकसाने की FIR रजिस्टर की गई है।