Jabalpur News : नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर । छोटीलाइन फाटक से गौरीघाट तक खाली पड़ी रेलवे की जमीन पर अब सड़क बनाई जाएगी। इसको लेकर रेलवे, जिला प्रशासन और नगर निगम के बीच अवरूध खत्म हो गया है। गुरुवार को जबलपुर रेल मंडल और जिला प्रशासन के बीच बैठक हुई। इसमें शहर के विकास एवं लोगों की सुविधा के लिए विभिन्न कार्यों पर चर्चा हुई। इसमें मुख्यतौर पर छोटी लाईन फाटक से गौरीघाट के बीच बंद रेलवे ट्रैक पर सड़क बनाने पर सहमति बनी।
मालगोदाम चौक पर सुगम यातायात के लिए अवरोध हटाने पर सहमति हुई। बैठक में कलेक्टर दीपक सक्सेना, मंडल रेल प्रबंधक विवेक शील, नगर निगम आयुक्त प्रीति यादव, अपर कलेक्टर मिशा सिंह, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक प्रबंधक विश्व रंजन, सीनियर डीईएम जेपी सिंह, सीनियर डीएससी अरुण त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
बैठक में शहर विकास के लिए विभिन्न सुझावों पर चर्चा की। इसमें मालगोदाम चौक पर नगर निगम की 330 वर्ग मीटर जमीन को प्लेटफार्म क्रमांक छह के मार्ग के लिए अवरोध मानते हुए इस जमीन को रेलवे अधिकारियों ने प्रशासन से रेलवे को देने तथा पुराने छोटी लाइन फाटक चौक से गौरीघाट तक की बंद रेल लाइन की 70 एकड़ जमीन निगम को देकर बदले में दूसरी जमीन लेने पर सहमति बनी। बैठक में दोनों विभागों ने आपसी सामंजस्य के साथ मिलकर कार्य करने पर सहमति व्यक्त की। गौरीघाट के लिए नए मार्ग को वर्तमान की आवश्यकता बताते हुए कलेक्टर ने इस विषय पर जल्द पहल करने की आवश्यकता व्यक्त की।
दरअसल नैरोगेज लाइन बंद होने के बाद हाउबाग रेलवे स्टेशन को भी बंद कर दिया। इस दौरान हाउबाग रेलवे स्टेशन, छोटीलाइन फाटक से होते हुए गौरीघाट रेलवे स्टेशन के बीच बिछाई गई नैराेगेज लाइन को हटा दिया गया। खाली जमीन को नागपुर रेल मंडल ने जबलपुर रेल मंडल को दे दिया। इस जमीन पर नगर निगम और जिला प्रशासन, गौरीघाट तक एक वैकल्पिक मार्ग बनाना चाहता था, लेकिन जबलपुर रेल मंडल इस जमीन की कीमत के बदले अन्य जगह जमीन मांग रहा था, जिसको लेकर सहमति नहीं बन पाई। हालांकि गुरुवार को हुई जिला प्रशासन और जबलपुर रेल मंडल प्रशासन के बीच बैठक में इस पर सहमति बन गई है।