Jan Aushadhi Kendra on Railway Station: अतुल शुक्ला, जबलपुर। ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों को अब दवा के लिए परेशान नहीं होना होगा। इसके लिए रेलवे, देश के लगभग 67 रेलवे स्टेशनों पर जन औषधि केंद्र खोलने जा रहा है। यहां पर यात्रियों को कम दाम में दवा आसानी से मिल जाएगी। रेलवे ने इन्हें बनाने के लिए स्टेशन पर ऐसी जगह चिंहित की है, जहां पर ट्रेन में सवार यात्री आसानी से दवा ले सकते हैं।
पश्चिम मध्य रेलवे के तीन मुख्य स्टेशनों में जनऔषधि केंद्र खोले जा रहे हैं, जिसमें जबलपुर रेल मंडल में मदन महल, भोपाल मंडल में बीना और कोटा मंडल में कोटा स्टेशन शामिल हैं। इन सभी केंद्रों को बनाने के लिए सीधे तौर पर रेलवे बोर्ड दिशा-निर्देश जारी कर रहा है।
इतना ही नहीं देशभर के 67 रेल मंडल के वाणिज्य विभाग को 25 फरवरी तक इन केंद्रों को तैयार करने कहा गया हैं। संभावित है कि 26 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कांफ्रेंस के जरिए इसका शुभारंभ कर सकते हैं।
रेलवे की मंशा है कि सफर के दौरान बीमार होने वाले यात्रियों को दवा के लिए परेशान न होना पड़े। उन्हें प्लेटफार्म पर ही दवा मिल जाए। वहीं दूसरी ओर जनऔषधि केंद्र के जरिए जेनरिक दवा को बढ़ावा मिले। इसलिए पहली बार स्टेशन के प्लेटफार्म पर दवा दुकानों को खोला जा रहा है। पहले चरण में हर रेल मंडल को एक औषधि केंद्र खोलने कहा गया है।
इन केंद्रों के स्ट्रक्चर बनाने की जिम्मेदारी रेलवे के ही स्टोर विभाग को सौंपी है। विभाग के अधिकारियों को रेलवे बोर्ड से विशेष तौर पर निर्देशित किया है कि इन्हें इतना आकर्षक और सुविधाजनक बनाया जाए, ताकि स्टेशन की भीड़ के दौरान यात्रियों को आसानी से यह केंद्र दिख जाएं। इनके लिए भी स्थल का चयन करते समय इस बात का खास ध्यान रखना है कि इन तक यात्रियों की पहुंच और ट्रेन ठहरने के समय के बीच अंतर न हो।
रेलवे स्टेशन पर खोले जा रहे औषधि केंद्रों के संचालन का जिम्मा निजी व्यक्ति और फर्म को दिया गया है। टेंडर प्रक्रिया के तहत इन्हें सालाना एक निश्चित किराया रेलवे को भुगतान करना होगा। जबलपुर मंडल के मदन महल रेलवे स्टेशन पर खोले जा रहे जन औषधि केंद्र का किराया लगभग 35 हजार रुपये सालाना तय किया गया है। इन केंद्रों में रखी जाने वाली दवा में संचालक को एक निश्चित राशि का डिस्काउंड भी देना होगा, ताकि यात्रियों को सस्ती दवा मिल सके।
साथ ही हर बीमारी की दवा रखी जाएगी। इधर रेलवे ने इन केंद्रों के लिए चिंहित जगह तय करने के लिए सभी रेल मंडल के साथ वीडियो कांफ्रेंस की। इतना ही नहीं सभी अधिकारियों को मौके पर जाकर चिंहित जगह का लाइव वीडियो दिखाने कहा गया, ताकि जगह को लेकर किसी तरह का असमंजस न हो।
- जनऔषधि केंद्र में हर मर्ज की दवा मिलेगी, वो भी सस्ते दाम में
- इन केंद्रों को स्लीपर और जनरल कोच के आसपास ही बनाया जाएगा
- केंद्रों को सालाना ठेके पर दिया गया है और इन पर रेलवे निगरानी रखेगा।
- दवा स्टोर आकर्षक और रेलवे का प्रचार करने वाला बनाया जा रहा है
- 26 फरवरी को पीएम प्रयागराज से कर सकते हैं इनका शुभारंभ