जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। तुगलकाबाद विद्युत लोको शेड टीम द्वारा कोविड लाकडाउन की विषम परिस्थितियों में बेहतर कार्य किया गया। रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित लक्ष्य फीसद से ज्यादा आउटेज लिया गया। इसके अलावा इंजन फैल्योर में भी पिछले साल की तुलना में कमी आई। पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक ने तुगलकाबाद विद्युत लोको शेड के निरीक्षण के दौरान यह बात कही। पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक शैलेंद्र कुमार सिंह ने शनिवार को विद्युत लोको शेड तुगलकाबाद के विभिन्न अनुभागों का निरीक्षण किया। साथ ही विद्युत इंजीनियर्स के साथ बैठक करके शेड के कार्यकुशलता, विभिन्न गतिविधियों एवं नवाचारों की जानकारी ली। उन्होंने विद्युत लोको शेड की साफ-सफाई, उपकरणों के रख-रखाव और शेड की ओवरआल कार्यप्रणाली की सराहना की। तुगलकाबाद विद्युत शेड को श्रेष्ठ नवाचार के लिए विगत दो सालों से रेलवे बोर्ड स्तर पर प्रथम पुरस्कार मिल रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि शेड की टीम अपने कार्य निष्पादन को बनाए रखते हुए तीसरी बार भी पुरस्कार हासिल करेगी। विदित हो कि इस साल शेड ने नवाचार के तहत एक्सल बाक्स को बदलने के लिए हाइड्रोलिक जैक का नवाचार किया है। इससे शेड को आठ माह में लगभग एक करोड़ 58 लाख रुपये की बचत हुई है। उत्कृष्ट कार्य निष्पादन को देखते हुए शेड कर्मियों को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार भी प्रदान किया। निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक पंकज शर्मा एवं वरिष्ठ मंडल विघुत इंजीनियर और अन्य अधिकारी, सुपरवाइजर उपस्थित थे।

चेंजिंग रूम की मिली सौगात : विद्युत लोको शेड में कार्यरत महिला रेलकर्मियों की बहुत दिनों से मांग थी कि चेंजिंग रूम के अभाव में उन्हें असुविधा होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए महिला रेलकर्मियों को सौगात दी गई। एक महिला कार्यालय अधीक्षक के हाथों से महाप्रबंधक एवं मंडल रेल प्रबंधक की उपस्थिति में चेंजिंग रूम का शुभारंभ कराया गया।

Posted By: Brajesh Shukla

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