नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। सीबीआई जबलपुर की टीम ने रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार सागर एमईएस (मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस) के गैरिसन इंजीनियर नीतेश कुमार सिंह, असिस्टेंट गैरीसन इंजीनियर राकेश साहू, असिस्टेंट इंजीनियर दीपक कुमार और ठेकेदार राजेश मिश्रा को सोमवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सुनवाई के बाद चारों आरोपितों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।
चारों आरोपित 12 सितंबर से पुलिस रिमांड पर थे। उत्तर प्रदेश झांसी निवासी बालाजी एसोसिएट्स के प्रबंधक अजय कुमार की कंपनी को वर्ष 2025-26 के लिए सागर एमईएस में बीएंडआर रिपेयरिंग व मेंटेनेंस का ठेका मिला था। ठेका 26 लाख 50 हजार रुपये का था, लेकिन एमईएस अफसर कंपनी को वर्क ऑर्डर जारी नहीं कर रहे थे।
एक लाख की रिश्वत
इस बीच अजय की मुलाकात सागर के ठेकेदार राजेश मिश्रा से हुई। राजेश ने दावा किया कि उसकी एमईएस अफसरों से अच्छी पहचान है और वह जल्द वर्क ऑर्डर दिला देगा। इसके बाद गैरिसन इंजीनियर नीतेश, असिस्टेंट गैरिसन इंजीनियर राकेश साहू और असिस्टेंट इंजीनियर दीपक ने राजेश के माध्यम से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी। सौदा 80 हजार रुपये में तय हुआ और कहा गया कि रुपये मिलते ही वर्क ऑर्डर जारी कर दिया जाएगा।
अजय ने इसकी शिकायत सीबीआई जबलपुर यूनिट के एसपी से की, जिसके बाद सीबीआई ने छापा मारकर चारों आरोपितों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया था।