Jabalpur News : जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। देश भर में आनलाइन रजिस्ट्री प्रारंभ हो चुकी है। इसके साथ ही रजिस्ट्री के लिए उपयोग किए जाने वाले स्टाम्प पेपरों को चलन से बाहर कर दिया गया था। बावजूद इसके कोषालयों में बड़ी मात्रा में स्टाम्प पेपर पड़े रहे। इन स्टाम्पों को विनष्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में जबलपुर जिले में एक हजार करोड़ 96 लाख रुपये मूल्य के स्टाम्प पेपरों को विनष्ट किया गया। बेहद गोपनीय तरीके से अपनाई गई प्रक्रिया के दौरान 27 लाख 27 हजार 169 स्टाम्प पेपर नष्ट किए गए। विनष्ट स्टाम्प पेपरों की लुग्दी बनाकर शासकीय पेपर मिल को भेज दिया गया।
बता दें कि 20 जुलाई 2021 से आनलाइन रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके साथ ही नान ज्यूडीशियल स्टाम्प पेपरों को प्रचलन से बाहर कर दिया गया। नई व्यवस्था लागू किए जाने के बाद जबलपुर जिले में भी बड़ी संख्या में नान ज्यूडीशियल स्टाम्प प्रचलन से बाहर हो गए। इन स्टाम्पों को जिले के सभी कोषालयों से वापस मंगाकर जिला मुख्यालय के कोषालय में जमा करा दिया गया। यहां लंबे समय तक डम्प रहने के बाद आइजी-रजिस्ट्रेशन की ओर से वित्त विभाग को दी गई एनओसी के बाद इन स्टाम्पों को विनष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
बताया जाता है कि शासन स्तर से अनुमति मिलने के बाद विभिन्न स्तरों पर कार्रवाई प्रारंभ हुई। पहले तो राज्य स्तर से स्टाम्पों को नष्ट करने वाले पंजीकृत ठेकेदार का चयन किया गया। इसके बाद कलेक्टर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय प्रशासनिक कमेटी का गठन हुआ। एक-एक स्टाम्प का नंबर नोट कर कंप्यूटर में दर्ज किया गया। इसके बाद कटर मशीन के माध्यम से तीनों कमेटी मेंबरों के सामने स्टाम्पों काे चिन्धियों में तब्दील कर उनकी लुग्दी बना दी गई। इस लुग्दी को संबंधित ठेकेदार के माध्यम से एक शासकीय पेपर मिल को भेज दिया गया। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग भी की गई।
विभिन्न परीक्षाओं के पेपरों को सुरक्षा की दृष्टि से रखने के लिए कोषालय का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन 27 लाख से अधिक स्टाम्प पेपरों द्वारा बड़ी जगह घेर कर रखे जाने से व्यवस्था बनाने में गड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता था। लिहाजा प्रचलन से बाहर हो चुके स्टाम्प पेपरों के स्ट्रांग रूम से बाहर किए जा चुके स्टाम्प पेपरों को नष्ट कर दिए जाने से कोषालय के स्ट्रांग रूम में पर्याप्त जगह बन गई है। यहां अब अन्य शासकीय गोपनीय दस्तावेजों को भी संधारित किया जा सकेगा।
सीनियर ट्रेजरी आफिसर विनायका लकड़ा बोले- सौ रुपये से अधिक मूल्य के सभी स्टाम्पों को नष्ट किया गया है। इस प्रक्रिया के दौरान एक हजार करोड़ से अधिक के स्टाम्पों को विनष्ट किया गया। इनमें 500 से लेकर 25000 रुपये मूल्य तक के स्टाम्प पेपर थे।
स्टाम्प का मूल्य संख्या कुल राशि
25000 55316 1382900000
20000 94997 1899940000
15000 93721 1405815000
10000 185122 1851220000
5000 421613 2108065000
1000 846920 846920000
500 1029480 514740000
महायोग- 2727169 10009600000