
जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। ।त्योहार सीजन में ट्रेन से लेकर बस तक सब फुल हैं। ट्रेन में जहां स्लीपर से लेकर एसी कोच में 100 से ज्यादा वेटिंग है तो वहीं जबलपुर से प्रदेश के अन्य शहरों को जोड़ने वाली बसों में अभी से दीवाली और छठ पूजा पर घर जाने और लौटने के लिए अभी से टिकट बुक हो गई है। इधर रेलवे ने कई ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए हैं तो कई स्पेशल ट्रेनें भी चलाई हैं, लेकिन भीड़ अधिक होने की वजह से रेलवे का यह प्रयास भी पूरी तरह से राहत नहीं दे रहा है। दरअसल दीवाली और छठ पूजा पर घर जाने और फिर त्योहार सीजन के बाद घर से लौटने वालों को ट्रेन में लगी लंबी वेटिंग से राहत नहीं मिल पा रही है।
इधर रेलवे ने कई रूट पर स्पेशन ट्रेन चलाई हैं। कई रूट ऐसे हैं, जहां पर इस बार स्पेशल ट्रेन नहीं चल रही हैं। ऐसे में रेलवे ने इन रूट पर पहले से चल रही ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाकर राहत दे रहा है। इनमें स्लीपर के साथ एसी काेच के यात्रियों को राहत मिल रही है।
स्पेशल ट्रेन न चलने से बढ़ी मुश्किल
और छठ सीजन में जबलपुर से पुणे, मुंबई के अलावा कम दूरी के सफर जैसे रायपुर, बिलासपुर, नागपुर, उधना और हावड़ा जाने वाली ट्रेनों में ज्यादा भीड़ होती है। इस दौरान इस रूट पर रेलवे स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई। ऐसे में जबलपुर रेल मंडल ने ऐसी ट्रेनों में सीट और आरक्षण पर समीक्षा की है। वहीं रेलवे ने उधना से रीवा के बीच चलने वाली ट्रेन 09045-46 ट्रेन में दो अतिरिक्त कोच लगाए हैं। लगभग 100 से ज्यादा यात्रियों का कंफर्म सीट मिलेगी । वहीं दूसरी ओर जबलपुर से पुणे जाने वाली स्पेशल ट्रेन को रद करने से यात्री परेशान है। एक फेरे की ट्रेन देगी राहतजबलपुर से पटना, इलाहाबाद के साथ रायपुर और भोपाल जाने के लिए रेलवे स्पेशल ट्रेन चला सकता है। रेलवे इन रूट पर एक फेरे की ट्रेन चला सकता है। सबसे ज्यादा परेशानी यूपी-बिहार जाने और वहां से लौटने के दौरान आती है। जानकारी के मुताबिक रेलवे इस बार त्योहार सीजन में बड़ी संख्या में स्पेशल ट्रेन चलाने जा रहा है। हालांकि अभी तक इस पर निर्णय नहीं लिया गया है, जिस वजह से यात्री कंफर्म टिकट नहीं ले पा रहे हैं।
जबलपुर से 24 घंटे में 80 ट्रेनेंजबलपुर रेलवे स्टेशन से हर दिन लगभग 70 से 80 ट्रेनें गुजरती हैं। इसमें अकेले जबलपुर से ही 20 से ज्यादा ट्रेनें रवाना होती है। इधर आम दिनों में मुख्य रेलवे स्टेशन से ट्रेन में लगभग 10 से 15 हजार यात्री नियमित ट्रेन में चढ़ते और उतरते हैं। त्यौहार सीजन में यात्रियों की संख्या 20 से 30 हजार तक हो जाती है। इन दिनों भी स्टेशन पर भीड़ बढ़ने लगी है।
तत्काल कोटे से राहत नहीं
ट्रेनों में कंफर्म टिकट देने के लिए रेलवे ने तत्काल टिकट की सुविधा दी है, लेकिन इन दिनों स्टेशन के टिकट काउंटर पर यात्री से ज्यादा टिकट दलाल कतार में लग रहे हैं। जबलपुर स्टेशन के मुख्य आरक्षण केंद्र से लेकर मदनमहल, गाडरवारा, करेली, नरसिंहपुर, पिपरिया के टिकट काउंटर पर दलाल सक्रिय हो गए हैं। इधर आरपीएफ ने भी ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए अपना अभियान शुरू कर दिया है।
जबलपुर से पटना इस रूट पर दीवाली और छठ पूजा पर लगभग 12 से ज्यादा ट्रेनें चलती हैं, लेकिन सभी में लंबी वेटिंग लगी है।- जबलपुर से एलटीटी- इस रूट पर वर्तमान में 10 ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन दीवाली-छठ पर इनमें लंबी वेटिंग लगी है।
जबलपुर से लखनऊ- इस रूट पर सिर्फ एक ट्रेन जबलपुर से चलती है, इसमें
त्योहारी सीजन में पर लंबी वेटिंग लगी है।
जबलपुर से रायपुर इस रूट पर भी एक ही ट्रेन चलती है, लेकिन इसमें आम दिनों में भी सीट नहीं मिलती है।
जबलपुर से हावड़ा- जबलपुर से एक ट्रेन और यहां से गुजरने वाली एक ट्रेन चलती है, इनमें वेटिंग है।