छिंदवाड़ा और सिवनी से जुड़े चिटफंड कंपनी टीसीएडीवीटी के तार, जबलपुर से भागे जालसाज
जबलपुर में किसी भी निवेश पर 400 दिन में चार गुना रकम वापसी का झांसा देकर जालसाजों ने लाखों रुपये ठग लिए।
By Ravindra Suhane
Edited By: Ravindra Suhane
Publish Date: Sat, 05 Feb 2022 09:57:09 AM (IST)
Updated Date: Sat, 05 Feb 2022 09:57:09 AM (IST)

जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। किसी भी निवेश पर 400 दिन में चार गुना रकम वापसी का झांसा देकर जालसाजों ने लाखों रुपये ठग लिए। एक निवेशकर्ता की शिकायत पर लार्डगंज पुलिस ने जालसाजों के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज की है। लार्डगंज थाना प्रभारी प्रफुल्ल श्रीवास्तव ने बताया कि राकेश सिंह, राकेश गुप्ता, संदीप उईके, उमेश गुप्ता, गोविंद पटेल नामक जालसाजों ने एवीडीटी नामक कंपनी का दफ्तर खोला था। जिसका संचालन नागल हाउस राइट टाउन में किया जा रहा था।
जालसाजों ने जमा रकम पर 400 दिन के भीतर चार गुना रकम वापसी का झांसा दिया था। जालसाजों के झांसे में फंसे एनईएस कालेज परिसर हाथीताल गोरखपुर निवासी आशीष चौहान ने सात लाख रुपये निवेश किया था। 400 दिन बीत जाने के बाद उन्होंने एवीडीटी कंपनी से 28 लाख रुपये वापस मांगे। जालसाजों ने उन्हें कुछ दिन बाद रकम वापसी का आश्वासन दिया। उन्हें रकम न लौटाकर जालसाजों ने कंपनी के दफ्तर पर ताला लगा दिया और भाग गए। आशीष की शिकायत पर पांच जालसाजों के खिलाफ धारा 420 के तहत एफआइआर दर्ज की गई है।
2019 में किराए पर लिया था मकान: लार्डगंज थाना प्रभारी श्रीवास्तव ने बताया कि जालसाजों ने आशीष चौहान से दिसंबर 2019 में पाल कंपाउंड गोरखपुर में मकान का एक हिस्सा किराए पर लिया था। जहां जालसाजों ने अपने रहने का ठिकाना बनाया था। अशीष ने जालसाजों से पूछा कि वे क्या काम करते हैं। जिस पर जालसाजों ने स्वयं को टीसीएडीवीटी वेंचर प्राइवेट लिमिटेड मास्टर ट्रेड कैपिटल मार्केटिंग कंपनी का संचालक बताया था।
उन्होंने बताया कि कंपनी का कार्यालय मानस भवन के पास नागल हाउस में है। उन्होंने अपने जान पहचान के राकेश गुप्ता व राकेश सिंह की मध्यस्थता के कारण अपना मकान जालसाजों को किराए पर दिया था। जालसाजों का मकान मालिक होने के कारण वे कंपनी द्वारा 400 दिन में चार गुना रकम वापसी के झांसे में फंस गए थे। जालसाजों ने न सिर्फ निवेश के सात लाख रुपये हड़पे बल्कि दो माह का मकान का किरया और साढ़े हजार रुपये बिजली का बिल भी जमा नहीं किया। आशीष ने बताया कि जालसाज बिना बताए उनके घर से भागे थे। जिन्होंने छिंदवाड़ा, सिवनी में भी चिटफंड कंपनी के जरिए लोगों से ठगी की है।