नईदुनिया, झाबुआ। मध्यप्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की भर्ती अब पूरी तरह ऑनलाइन की जा रही है। यह न सिर्फ एक बड़ी तकनीकी पहल है, बल्कि पारदर्शिता और दक्षता की दिशा में एक अहम कदम भी है। राज्य सरकार का दावा है कि यह प्रक्रिया अपनाने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है और अन्य राज्य भी इसे अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
महिला बाल विकास विभाग ने यह फैसला लिया है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की भर्ती अब पारंपरिक ऑफलाइन तरीके के बजाय एमपी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए की जाएगी। इससे न केवल आवेदन प्रक्रिया आसान हुई है, बल्कि पुराने भर्ती तरीकों में सामने आने वाली गड़बड़ियों और भेदभाव पर भी रोक लगेगी।
कुल 19,504 पदों पर भर्ती होनी है, जिनमें 17,477 पद कार्यकर्ताओं के और 2,027 सहायिकाओं के हैं। अब तक करीब 3.99 लाख आवेदन जमा हो चुके हैं।
इस नई व्यवस्था के तहत, आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को अपने सभी दस्तावेज शैक्षणिक योग्यता, जाति प्रमाण पत्र, अनुभव आदि ऑनलाइन अपलोड करने होंगे। इसके बाद, सभी मापदंडों के आधार पर एक ऑटोमेटेड मेरिट सूची तैयार की जाएगी, जिससे मानव हस्तक्षेप और पक्षपात की संभावना खत्म हो जाएगी।
महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा कि यह प्रक्रिया डिजिटल इंडिया मिशन और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पारदर्शी शासन प्रणाली के अनुरूप है।
हाल ही में गुजरात के केवड़िया और राजस्थान के उदयपुर में आयोजित कार्यशालाओं में इस मॉडल की सराहना की गई। केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर सहित गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और गोवा की महिला बाल विकास मंत्री भी इस मॉडल को अपनाने में रुचि दिखा चुकी हैं।