Jhabua News: मांदल की थाप पर जमकर थिरके ग्रामीण, मेला स्थल पर बनी रही खचाखच भीड़
बुधवार को शहर से सटे ग्राम ढेकल बड़ी में भगोरिया मेला आयोजित हुआ। यहां 40 गांव के लोगों ने मेले में शिरकत की।
By Paras Pandey
Edited By: Paras Pandey
Publish Date: Wed, 20 Mar 2024 06:02:09 PM (IST)
Updated Date: Wed, 20 Mar 2024 06:02:09 PM (IST)
भगोरिया मेलों में इन दिनों ढोल-मांदल जमकर बजाए जा रहे है झाबुआ, (नईदुनिया प्रतिनिधि)। जिले के भगोरिये में अब आधुनिकता का असर अधिक दिखाई पड़ने लगा है। क्योंकि पढ़ी-लिखी पीढ़ी मेलों में तो जाती है। लेकिन पुरानी परंपरा नहीं निभा पाती। पुराने समय में ग्रामीण परिदृश्य भगोरिये पर्व में जमकर दिखाई देता था। लेकिन अब धीरे-धीरे आधुनिकता का असर दिखाई देने लगा है।
ढेकल बड़ी के भगोरिये में सज-धज कर मेला देखने आई युवती
बुधवार को शहर से सटे ग्राम ढेकल बड़ी में भगोरिया मेला आयोजित हुआ। यहां 40 गांव के लोगों ने मेले में शिरकत की। युवाजन झूलों का आनंद लेते दिखाई दिए। ग्रामीणों ने जमकर ढोल-मांदल बजाए जिस पर जमकर नृत्य किया गया। खरीदी का दौर भी जमकर चला। ग्राम ढेकल बड़ी में सुबह से ही ग्रामीणों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था।
दोपहर 12 बजे मेला स्थल खचाखच भर गया। शाम 4 बजे तक झूला-चकरी का आनंद ग्रामीणों ने लिया। 4 बजे से
पुलिसकर्मियों ने झूले बंद करवाना शुरू कर दिए। कुल मिलाकर ढेकल बड़ी के भगोरिये मेले में अच्छी खासी भीड़ दिखाई दी। जमकर चला व्यवसाय मेला स्थल पर 200 से अधिक दुकानें खाद्य सामग्री के साथ-साथ पानी, मिठाई, गुल्फी, पान, सौंदर्य प्रसाधन की लगाई गई थी। सभी दुकानों पर खरीदी करने वालों की भीड़ दिखाई दी।
ढेकल बड़ी के भगोरिये में अपनी सहेली के साथ मेले में पहुंची
महिलाओं ने जमकर सौंदर्य प्रसाधन की खरीदी की। इधर खाद्य सामग्री का उठाव भी अच्छा खासा बना रहा। ग्राम पंचायत द्वारा मेले में आने वाले ग्रामीणों के लिए पेयजल की व्यवस्था कई स्थानों पर की गई थी। 40 गांव के लोग शामिल हुए मेले में आसपास के 40 गांव के लोग शामिल हुए। कई ग्रामीण तो पैदल ही मेला स्थल पहुंचे। कई ग्रामीण टैंपो, जीपों व बसों के माध्यम से मेले में आए। ग्रामीण अपने परिवार के साथ मेला देखने पहुंचे। युवा जनों ने मेले में लगाए झूलों का जमकर आनंद लिया।
ढेकल बड़ी के भगोरिये में आदिवासी गहने पहन कर आई युवती
इधर बच्चों ने खिलौनों के साथ-साथ खाद्य सामग्री खरीदी। शाम 5 बजे तक मेला स्थल पर भीड़ जमा रही। मेले में राणापुर, उदयगढ, झाबुआ के अलावा आसपास के अन्य कस्बों से व्यापारी अपनी दुकानें लेकर पहुंचे। जमकर बजे ढोल-मांदल दोपहर करीब 2 बजे से ढोल-मांदल बजना शुरू हो गए थे। भाजपा कांग्रेस के नेताओं ने गेर निकाली। जिस पर ग्रामीण जमकर थिरकते दिखाई दिए।
गेर में 20 से अधिक ढोल-मांदल शामिल किए गए थे। गेर के पूर्व विभिन्न गांव से आए तड़वी व पटेलों का साफा बांधकर नेताओं द्वारा सम्मान किया गया। उल्लेखनीय है कि भगोरिया मेलों में आने वाले तड़वी पटेलों के साथ-साथ वरिष्ठजनों का हर वर्ष साफा बांधकर सम्मान किया जाता है। यह परंपरा आज भी चल रही है।