MP के झाबुआ में टला झांसी जैसा हादसा, NSCU में लगी आग, 31 नवजात सुरक्षित
किसी तरह के जनहानि होने की कोई सूचना नही है। झाबुआ के जिला अस्पताल में बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया। दिन में विद्युत फॉल्ट होने से यह हादसा बड़ा स्वरूप नही ले पाया। यदि यही फॉल्ट रात में होता और आग लग जाती तो नवजात शिशुओं को बचाना कठिन हो सकता था।
Publish Date: Wed, 21 May 2025 08:03:47 PM (IST)
Updated Date: Wed, 21 May 2025 08:17:59 PM (IST)
जिला अस्पताल के शिशु गहन चिकित्सा इकाई में बुधवार को आग लग गई थी।HighLights
- विद्युतकर्मियों की मौजूदगी में ही आग लग गई थी।
- जिला अस्पताल में 31 नवजात को तत्काल बचा लिया।
- शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भड़क उठी थी आग।
नईदुनिया प्रतिनिधि, झाबुआ। मध्य प्रदेश के झाबुआ में भी झांसी जैसा हादसा होने से बच गया। यहां एनएससीयू में आग लग जाने से कई नवजात शिशुओं का जीवन खतरे में आ गया था। गनीमत है कि समय पर आग पर काबू पा लिया गया और कोई हानि नहीं हुई। यूपी के झांसी में पिछले साल हुए ऐसे ही हादसे में कई नवजातों की जान चली गई थी।
ऐसे हुई यह घटना
- जिला अस्पताल के शिशु गहन चिकित्सा इकाई में बुधवार को दोपहर एक बजे विद्युत फॉल्ट हो गया। विद्युतकर्मियों को बुलवाया गया।
- वे कार्य कर रहे थे। इसी बीच दो बजे के लगभग फिर से फॉल्ट हुआ और एक प्वाइंट में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई।
- वार्ड में भर्ती 31 नवजात को तत्काल उक्त वार्ड से सुरक्षित निकालते हुए दूसरे वार्ड में स्थानांतरित किया गया। किसी तरह के जनहानि होने की कोई सूचना नहीं है।
- झाबुआ के जिला अस्पताल में बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया। दिन में विद्युत फॉल्ट होने से यह हादसा बड़ा स्वरूप नही ले पाया।
- यदि यही फॉल्ट रात में होता और आग लग जाती तो नवजात शिशुओं को बचाना कठिन हो सकता था।
टीम का आना अच्छा रहा
इस घटना का सुखद पहलू यह रहा कि दोपहर एक बजे के करीब एक बार विद्युत फॉल्ट हो चुका था। उसके बाद विद्युत मंडल के कर्मियों को खबर की तो उनकी टीम आ गई थी। टीम कार्य कर रही थी। इसी बीच दोपहर दो बजे के करीब अचानक फिर विद्युत फॉल्ट हो गया। शॉर्ट सर्किट के कारण देखते ही देखते आग लग गई।
अभिभावक बहुत घबरा गए
दोपहर का समय होने से सभी सक्रिय थे। आग लगते ही अभिभावक तनाव में आ गए। वे तत्काल अपने बच्चो को लेकर बाहर की तरफ दौड़ने लगे। अस्पताल का स्टाफ भी मदद करने लगा। दूसरी वार्ड में सभी नवजात शिशुओं को रखा जाने लगा। घटना के समय उक्त वार्ड में 31 बच्चे थे।किसी को कोई नुकसान होने की सूचना नही मिली है।
सभी सुरक्षित
- सभी बच्चे सुरक्षित है। तत्काल बचाव कार्य संचालित करते हुए नवजात को वार्ड से बाहर निकाल कर दूसरे वार्ड में ले जाया गया। किसी तरह की कोई हानि नहीं हुई है।
- डॉक्टर आईएस चौहान, प्रभारी शिशु गहन चिकित्सा इकाई जिला अस्पताल झाबुआ