
नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है। यह सिलसिला नववर्ष में पांच जनवरी तक चलेगा। रविवार को 70 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान ओंकारेश्वर-ममलेश्वर के दर्शन किए। पुनासा एसडीएम और एसडीओपी पुलिस सहित अन्य अधिकारी व्यवस्था में जुटे रहे। नर्मदा में नौका संचालन पूरी तरह बंद करने के साथ ही प्रशासन ने व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए एकाकी मार्ग किया है। जेपी चौक पर बैरिकेडिंग कर दर्शनार्थियों की भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है। प्रोटोकाल व्यवस्था में मंदिर प्रशासन द्वारा अलग से व्यवस्था नहीं किए जाने तथा सूचना बोर्ड नहीं लगाने के कारण प्रोटोकाल के श्रद्धालुओं को परेशानी हुई। नगर में शौचालय की कमी से आम श्रद्धालुओं के साथ ही महिलाओं को परेशान होना पड़ा। इसका फायदा उठाकर अवैध वसूली की शिकायतें भी सामने आई हैं।
भीड़ के दौरान व्यवस्थाओं का अवलोकन करने के दौरान पुनासा एसडीएम पंकज वर्मा और एसडीओपी मनोहर सिंह गवली ने बताया कि पांच जनवरी तक लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं की जा रही है। प्रतिदिन 70 से 80 हजार श्रद्धालु देश-प्रदेश से ओंकारेश्वर पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए कलेक्टर ऋषव गुप्ता और पुलिस अधीक्षक मनोज राय के निर्देश पर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। रविवार को दिन भर अधिकारी नगर भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। प्रशासन द्वारा मंदिर परिसर, घाटों, मुख्य मार्गों एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दर्शन व्यवस्था को सुचारू बनाया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
प्रशासन द्वारा इंदौर-खंडवा मार्ग पर दिन के समय भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित करने से रविवार को यातायात जाम से राहत रही। भीड़ की वजह से वाहन रेंगते रहे लेकिन कहीं जाम नहीं लगने से परेशानी नहीं हुई। एसडीएम पंकज वर्मा ने कहा कि पूर्व में नववर्ष पर लोग पर्यटन स्थलों की ओर रुख करते थे, लेकिन वर्तमान समय में श्रद्धालुओं का रुझान आध्यात्मिकता की ओर तेजी से बढ़ा है। ओंकारेश्वर एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है, जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुगम दर्शन, यातायात और अन्य आवश्यक सुविधाओं को लेकर सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई हैं। सुबह से वीआइपी दर्शन में बदलाव किया है जो आगामी आदेश तक जारी रहेगा, जिससे प्रोटोकाल कार्यालय में भी भीड़ कम नजर आई।
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श्रद्धालु संजीत कुलकर्णी ने कहा कि मंदिर प्रशासन ने वीआइपी व्यवस्था में 300 टिकट लिए लेकिन किसी प्रकार कोई व्यवस्थाएं नहीं की, ना कोई सांकेतिक बोर्ड लगाए, हम दिन भर परेशान होते रहे। अगर भीड़-भाड़ में ही वीआइपी टिकट लेकर दर्शन कर धक्के खाना है तो औचित्य क्या। कुलकर्णी ने कहा कि नगर में भीड़ के बीच मवेशी भी घूम रहे हैं, इससे कोई हादसा हो सकता है। एसडीओपी मनोहर गवली ने कहा कि यातायात व्यवस्था व अन्य व्यवस्थाओं को सुचारु रखने के निर्देश दिए गए हैं। मार्ग को भीड़भाड़ को देखते हुए एकागी मार्ग किया गया है। सीसीटीवी कंट्रोल रूम से सतत निगरानी रखी जा रही है।