
खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। अहं अमृता अमर यादव ईश्वरस्य शपथं गृहणामि, यत् अहं विधि द्वारा स्थापितस्य भारतस्य संविधानं प्रति सत्यश्रद्धां सत्यनिष्ठां च स्थापयामि...। रविवार को रायचंद नागड़ा उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में रविवार को नगर निगम के शपथ विधि समारोह में अमृता अमर यादव ने कुछ इसी तरह संस्कृत में शपथ ली। देववाणी में उनके शपथ लेने के दौरान पंडाल तालियों से गूंज उठा। महापौर के अतिरिक्त दो अन्य पार्षदों ने भी संस्कृत में शपथ ली।
शपथ लेने के बाद महापौर ने शहर विकास के लिए सबका सहयोग मांगा। अतिथियों के देरी से पहुंचने की वजह से शपथ विधि कार्यक्रम निर्धारित समय से करीब ढाई घंटे देरी से शुरू हुआ। कलेक्टर अनूपकुमार सिंह ने सबसे पहले महापौर को शपथ दिलाई। इसके बाद दस-दस के क्रम में पार्षदों को पद की शपथ दिलाई गई। महापौर अमृता यादव ने शपथ ग्रहण करने के आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि आप सबने अपना अशीर्वाद देकर मुझे विजय बनाया है।
मैं पूरा प्रयास करुंगी कि आप सबके विश्वास पर खरी उतर सकूं। हम सांसद, विधायक और आप सबके सहयोग से शहर का अच्छा विकास करेंगे। जो भी जनकल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं उनका सबको लाभ मिले और ऐसा प्रयास करके शहर को एक नए आयाम पर ले जाएंगे। महापौर ने शपथ ग्रहण के बाद आमंत्रित धर्मगुरुओं को शाल-श्रीफल भेंट करके उनसे आशीर्वाद भी लिया।
करीब दो घंटे तक चले शपथ विधि समारोह में मुख्य अतिथि संस्कृति और प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर ने संबोधित करते हुए कहा कि शपथ साधना है। शपथ लेना तो सरल है पर निभाना कठिन है। साधना का पथ कठिन है। माखनलाल चतुर्वेदी की इस पावन धरा से राष्ट्रवाद का प्रखर ज्वार उठे और आजादी का अमृत महोत्सव पूरे प्रदेश में कहीं श्रेष्ठ तरीके से मने तो वह स्थान खंडवा होना चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने महापौर और पार्षदों को संबोधित करते हुए कहा कि जनता ने अपना काम पूरा कर दिया है। जिस उम्मीद के साथ हम जनता के बीच गए थे उसी संकल्प के साथ हमें काम करना है। जनहितैषी योजनाएं एक-एक व्यक्ति तक पहुंचे यह हमारी जिम्मेदारी है। कार्यक्रम को विधायक देवेंद्र वर्मा और राम दांगोरे ने भी संबोधित किया।
महापौर पति व पूर्व पार्षद अमर यादव ने कहा कि आमजन के सहयोग से शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाएंगे। कार्यक्रम में पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, जयपालसिंह चावड़ा, मधु वर्मा, सुरेंद्र शर्मा, विधायक नारायण पटेल, एसपी विवेक सिंह, उपायुक्त संतोष सिटोले, प्रदीप कुमार जैन, जाकिर जाफरी, भाजपा जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल, अरूण सिंह मुन्नाा, राजेश तिवारी, राजेश डोंगरे, पुरूषोत्तम शर्मा, हरीश कोटवाले, सुभाष कोठारी, प्रवक्ता सुनील जैन, प्रियांशु चौरे, बंटी चौकसे, रत्नेश राजवैद्य उपस्थित रहे। आभार पूर्व पार्षद त्रिलोकचंद यादव ने माना। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप जैन ने किया।
सिंधी और उर्दू भाषा में भी
ली गई शपथ
समारोह में 50 पार्षदों को शपथ दिलाई गई। इसमें पार्षद सुवर्णा पालीवाल और अन्विता ओझा द्वारा संस्कृत में शपथ ली गई। जबकि माया कोटवानी और काजल लालवानी ने सिंधी भाषा में शपथ ली। पार्षद अशफाक सीगढ़, मोहम्मद शब्बीर कादरी ने उर्दू भाषा में शपथ ली। जबकि 44 पार्षदों ने हिंदी में शपथ ली।
समारोह से उठकर चल दिए कांग्रेसी पार्षद
शपथ ग्रहण के बाद सभी पार्षदों को मंच पर स्थान दिया गया। इस दौरान कांग्रेसी पार्षद इकबाल कुरैशी, अशफाक सीगढ़ और दीपक मुल्लू राठौर बीच समारोह से उठकर चल दिए। इकबाल कुरैशी ने मीडिया के समक्ष कहा कि हम मंच से दो शब्द कहना चाहते थे। शहरहित के लिए हम एकता दिखाने आए थे लेकिन हमें बोलने का अवसर नहीं दिया गया। इसलिए हम कार्यक्रम छोड़कर जा रहे हैं।
दो पूर्व महापौर नहीं हुईं शामिल
शपथ विधि समारोह में एक तरफ जहां यादव परिवार की बहुएं और स्वजन शामिल रहे, वहीं दो पूर्व महिला महापौर अणिमा उबेजा और भावना शाह नजर नहीं आईं। भावना शाह शहर से बाहर होने के कारण कार्यक्रम में नहीं
आ सकीं, जबकि अणिमा उबेजा के पति गुरमीत सिंह उबेजा ने बताया कि
समारोह में शामिल होने के लिए उन्हें आमंत्रण नहीं मिला। आयोजन के दिन दोपहर 12 बजे निगमकर्मी घर पर बुलाने के लिए आए। जबकि पूर्व में आमंत्रण दिया जाना चाहिए था।
निगम एक्ट में हिंदी में ही
शपथ का प्रावधानः समारोह के दौरान जब कलेक्टर अनूपकुमार सिंह को यह बात पता चली कि महापौर के साथ ही अन्य पार्षद भी अलग-अलग भाषा में शपथ लेंगे तो उन्होंने निगम अधिकारियों से इस संबंध में एक्ट की जानकारी ली। कलेक्टर को बताया गया कि एक्ट में हिंदी में ही शपथ लेने का प्रावधान है। इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर मंच से सूचना दे दी गई कि महापौर और पार्षद हिंदी में ही शपथ लेंगे। संस्कृत भारती के कौशल मेहरा ने इस संबंध में क्षेत्रीय संगठन मंत्री प्रमोद पंडित से मोबाइल पर चर्चा की। संगठन मंत्री ने प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर से संपर्क किया और संस्कृत में शपथ दिलाए जाने की बात कही। प्रभारी मंत्री के हस्तक्षेप के बाद फिर मंच से सूचना दी गई कि संस्कृत, उर्दू या सिंधी में शपथ ली जा सकेगी।
निगम का प्रथम सम्मेलन आज, होगा अध्यक्ष का चुनाव
नगर निगम परिषद का प्रथम सम्मेलन सोमवार को होगा। सम्मेलन में अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया होगी। कांग्रेस से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार दीपक मुल्लू राठौर को तय किया गया है, जबकि भाजपा की ओर से एक दिन पहले तक किसी भी नाम पर सहमति नहीं बन पाई। पार्षदों ने बैठक के दौरान स्पष्ट तौर पर कह दिया कि महापौर, विधायक और जिलाध्यक्ष किसी एक नाम की घोषणा कर दें। हम उस पर सहमति जता देंगे। हालांकि रात नौ बजे तक नाम की घोषणा नहीं की जा सकी थी। सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करने का समय दोपहर 12 से एक बजे तक रहेगा। नाम निर्देशन पत्रों की जांच दोपहर एक से डेढ़ बजे तक, नाम वापसी प्रक्रिया दोपहर डेढ़ बजे से दो बजे तक रहेगी। इसके बाद मतदान दोपहर दो से ढाई बजे तक होगा। मतगणना तथा निर्वाचन की घोषणा दोपहर ढाई बजे से 2ः45 बजे तक होगी। इसी तरह अपील समिति के निर्वाचन के लिए नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करने का समय दोपहर तीन से 3ः30 बजे तक, नाम निर्देशन पत्रों की जांच साढ़े तीन बजे से चार बजे तक, नाम वापसी की प्रक्रिया शाम चार बजे से 4ः15 बजे तक तथा मतदान 4ः15 बजे से 4ः45 बजे तक होगा। मतगणना तथा निर्वाचन की घोषणा 4ः45 बजे से पांच बजे तक होगी।
महापौर ने निगम पहुंचकर संभाला कार्यभार
शपथ विधि कार्यक्रम के पश्चात महापौर अमृता यादव द्वारा निगम कार्यालय पहुंचकर कार्यभार ग्रहण किया गया। कार्यभार ग्रहण करने से पहले महापौर ने मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की। प्रभारी निगमायुक्त सचिन सिटोले द्वारा महापौर को कार्यभार ग्रहण कराया गया। उपायुक्त जाकिर जाफरी, प्रदीप कुमार जैन, प्रभारी कार्यपालन यंत्री एचआर पांडे द्वारा महापौर का स्वागत किया गया। इस अवसर पर नगर निगम के कर्मचारी उपस्थित रहे। महापौर यहां करीब आधे घंटे तक रूकीं॥