नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। पारदी गैंग ने सस्ता सोना देने का लालच देकर छत्तीसगढ़ के आरक्षक सहित ऑटो डीलर को हरसूद बुलाया, इसके बाद उन्हें सोने के कुछ सिक्के पकड़ाकर मारपीट की और उनसे करीब साढ़े 17 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए। मामले में फरियादी आरक्षक की रिपोर्ट पर हरसूद पुलिस ने दो नामजद सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया।
हरसूद टीआई राजकुमार राठौर ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पारदी गैंग के दो आरोपित सदस्यों को 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के लिए कोर्ट से रिमांड लिया। वहीं दो अन्य आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी से 14 लाख रुपये बरामद कर मामले का राजफाश किया। फरियादी मयंक ने थाना हरसूद में रिपोर्ट किया कि खंडवा के युवराज उर्फ सेवकराम से सस्ते में एक किलो सोना खरीदने के लिए मैं अपने साथियों के साथ साढ़े 17 लाख रुपये लेकर युवराज के बताए स्थान पर 31 अगस्त 25 को हरदा रोड पर पहुंचा। मैं अपने साथियों के साथ तोरनीया झुमरखाली के आसपास हरदा रोड पर सुबह करीब 7:30 बजे पहुंचा।
फरियादी आरक्षक मयंक के अनुसार युवराज ने रोड से एक तरफ झाड़ियों में तोरनीया सोलर प्लांट तरफ मुझे व मेरे साथियों को बुलाया, वहां युवराज ने मेरे व मेरे साथियों को सोने जैसी धातु के सिक्के दिखाकर मेरा बैग जिसमें साढ़े 17 लाख रुपये, रियलमी एक्स-टी मोबाइल, एटीएम कार्ड, आइडी कार्ड सहित अन्य सामान रखे थे, उसे छीन लिया और युवराज के साथ शबनम पारदी व उसके अन्य दो साथियों ने हाथ-मुक्कों से मारपीट की। बीच-बचाव करने मेरा साथी अजय आया तो युवराज के साथी शबनम ने उसके पैर में लाठी मार दी।
आरक्षक ने बताया युवराज और शबनम के अन्य दो साथी कुल्हाड़ी, हासिया हाथ में लिए थे और जान से मारने की धमकी देकर मेरे व मेरे साथियों के साथ मारपीट करने के लिए दौड़े तो हम जान बचाकर वहां से भागे। फरियादी मयंक की रिपोर्ट पर आरोपित युवराज, शबनम व उसके अन्य दो साथियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 309(4), 309(6), 351(3), 3(5) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था।
टीआई राजकुमार राठौर के अनुसार तीन माह पहले पारदी गैंग का सदस्य आरोपी युवराज झारखंड गया था। यहां उसकी मुलाकात अजय परिहार से हुई थी, अजय परिहार फरियादियों के यहां काम करता है। अजय ने युवराज से कहा कि अपना मोबाइल नंबर दे जाओ कोई काम पड़ेगा तो बताएंगे। इसके बाद अजय को युवराज ने कहा कि मेरे पास पुश्तैनी सोना है, तुम आओगे तो तुम्हें 17-18 लाख रुपये में एक किलो सोना सस्ते में दे देंगे क्योंकि हमें कहीं बेचना नहीं है। तुम लोग खरीद लो। इसी लालच में आरक्षक मयंक भी आ गया और साढ़े 17 लाख रुपये की लूट का शिकार हो गया।
एसपी मनोज कुमार राय ने त्वरित कार्यवाही करते हुए मामले में थाना प्रभारी हरसूद निरीक्षक राजकुमार राठौर एवं साइबर प्रभारी निरीक्षक प्रवीण आर्य व उनकी टीम को सक्रिय किया। लूट को अंजाम देने के बाद आरोपितों ने अपना मोबाइल बंद कर लिया था। साइबर सेल प्रभारी आर्य ने उनकी काल डिटेल निकाली। टीआई राठौर को एक ढाबे पर युवराज के खाना खाते हुए फूटेज मिले, उसकी लोकेशन के आधार पर पुलिस ने उसको पकड़ा, इसके बाद एक-एक कर पुलिस चारों आरोपितों तक पहुंच गई।
घटना में संलिप्त आरोपित युवराज उर्फ सेवकराम और शबनम पारदी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लूट की गई राशि में से नगदी 13 लाख 79 हजार रुपये सहित तीन नग मोबाइल व बैग जप्त किए। दोनों आरोपितों को पुलिस ने हरसूद न्यायालय में पेश कर पूछताछ तथा शेष बरामदगी हेतु पुलिस रिमांड लिया हैं।
थाना प्रभारी हरसूद निरीक्षक राजकुमार राठौर, साइबर सेल प्रभारी प्रवीण आर्य, उनि रमेश मोरे, प्रआर विक्रम वर्मा, राजेंद्र ठाकुर, प्रआर विकास मंडलोई थाना पदमनगर, हरिओम मीणा, आरक्षक रोहित साहू, भगवान मस्कोले, आनंद सिंह एवं चालक आरक्षक जीतेश सायदे की सराहनीय भूमिका रही।