- थाने पहुंचकर की सरपंच-सचिव की शिकायत
- मामला ग्राम कोंडावत की दलित बस्ती का
छैगांवमाखन (नईदुनिया न्यूज)। ग्राम कोंडावत की दलित बस्ती के रहवासी पेयजल संकट का सामना करने को मजबूर हैं। परेशान लोगों द्वारा रविवार शाम को गांव स्थित एक कुएं से पानी भरने की बात कहने पर सरपंच पति ने मना कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने पहुंचकर सरपंच-सचिव की शिकायत की है।
जनपद पंचायत छैगांवमाखन के अंतर्गत आने वाले ग्राम कोंडावत में नलजल योजना से जलप्रदाय किया जाता है। दलित बस्ती में करीब दो माह से पानी नहीं पहुंच रहा है। ग्रामीणों ने बताया ट्यूबवेल की मोटर जली हुई है। शिकायत करने पर हर बार सरपंच सुंदरबाई पति आशाराम पटेल और सचिव मनोहर खतवासे द्वारा मोटर सुधरवाने या बदलने का आश्वासन दे दिया जाता है। इसके बाद कोई ध्यान नहीं दिया जाता। इस कारण लोगों को पेयजल के लिए तेज धूप में इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। सरपंच पति की मनमानी से ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पेयजल समस्या को देखते हुए रविवार शाम को कुछ महिलाएं सरपंच सुंदरबाई पटेल के पास मोटर सुधरवाने की मांग को लेकर पहुंची। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद ही मोटर सुधर पाएगी। महिलाओं ने कहा कि तब तक हमें गांव के एक कुएं से ही पानी भरने दिया जाए। सरपंच पति आशाराम ने महिलाओं को कुएं से पानी भरने से साफ मना कर दिया। इससे आक्रोशित बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों ने रात करीब आठ बजे छैगांवमाखन थाने का घेराव कर दिया। साथ ही सरपंच-सचिव की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि शीघ्र ही पेयजल समस्या दूर नहीं हुई तो उच्च स्तर पर शिकायत की जाएगी।
इस संबंध में सरपंच पति आशाराम पटेल ने बताया कि उन्होंने ग्रामीणों को कुएं से पानी भरने से मना नहीं किया है। इस कुएं से सभी लोग पानी भरते हैं। उन पर लगाया गया आरोप निराधार है। ग्राम पंचायत सचिव मनोहर खतवासे ने बताया कि ट्यूबवेल की पुरानी मोटर जल चुकी है। इसी वजह से दलित बस्ती में कुछ दिनों से पानी नहीं पहुंच पा रहा है। नई मोटर लाकर उस वार्ड में पानी पहुंचाने की जल्द ही कोशिश की जाएगी।
- कोंडावत के ग्रामीण पेयजल संकट को लेकर सरपंच-सचिव की शिकायत लेकर पहुंचे थे। मैंने जनपद पंचायत सीईओ को सारी स्थिति से अवगत करा दिया है। सीईओ ने मामले की जांच करने के साथ ही शीघ्र ही पेयजल समस्या दूर करने की बात कही है। - एमपी ओझा, थाना प्रभारी छैगांवमाखन