नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। बैतूल से मजदूरी करने के लिए खंडवा के बड़वाह आए पांच दोस्त नर्मदा स्नान के लिए ओंकारेश्वर पहुंचे। यहां नहाते समय बहाव तेज होने से तीन दोस्त अलग-अलग स्थानों पर डूबने लगे, वहीं तीन को डूबता देख उनके दो दोस्त घाट से भाग निकले।
पास में मौजूद एक नाविक ने हिम्मत जुटाई और तीनों को एक-एक बचाया गया। बचाकर तीनों को जब घाट पर लाया गया तो इनमें से एक ने नाविक से कहा कि बचाया है तो कोई अहसान थोड़ी किया। इस बात से कुछ श्रद्धालु नाराज हो गए और ऐसा कहने वाले की पिटाई कर दी, वह वहां से भाग निकला।
तीन लोगों की जान बचाने वाले दीपक केवट ने बताया कि घटना सुबह ओंकारेश्वर के चक्रतीर्थ घाट पर सुबह नौ बजे की है। बैतूल से पांच दोस्त नर्मदा स्नान के लिए यहां पहुंचे थे, इनमें से अनिल नाम का एक युवक किनारे पर डूब रहा था, दूसरा अश्विन नाम का युवक नर्मदा के बीच में चला गया था, बहाव तेज होने के कारण डूबने लगा।
उसे मैंने तत्काल नाव भेज कर बचाया। तीसरे को बचाकर बाहर निकाला तो उसने कहा कि बचाकर कोई अहसान थोड़ी किया है। इस पर घाट पर मौजूद कुछ श्रद्धालुओं ने नाराज होकर उसकी पिटाई भी की।
डूबते को बचाया लेकिन वह निकला अहसान फरामोश pic.twitter.com/ClV7flJdOw
— NaiDunia (@Nai_Dunia) October 10, 2025
इतने में तीनों वहां से भाग निकले।उल्लेखनीय है कि चक्रतीर्थ घाट पर ही एक माह पहले भी स्नान करने आए चार श्रद्धालुओं के साथ घटना घटित हुई थी, तब भी दीपक केवट के ही बेटे ने चार लोगों को डूबने से बचाकर उनकी जान बचाई थी।
युवकों को डूबने से बचाने वाला नाविक दीपक केवट।
उल्लेखनीय है कि ओंकारेश्वर दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। नर्मदा का बहाव तेज होने से डूबने के कारण आए दिन लोगों की मौतें हो रही हैं। इसके बावजूद भी यहां सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।घाटों पर गोताखार तक तैनात नहीं रहते हैं। प्रशासन ने यहां सूचना बोर्ड लगाकर सुरक्षा के नाम पर खानापूर्ति कर दी है।