
नईदुनिया प्रतिनिधि, खरगोन। खरगोन जिले में पुलिस ने अवैध गांजा फसल खेती को लेकर संभवत: अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। यहां दूरस्त पहाड़ी क्षेत्र के चैनपुर थाना क्षेत्र के खेत से करीब पौने दो करोड़ रुपये मूल्य के गांजे पौधे जब्त किए हैं। नो नेटवर्क झोन, उबड़-खाबड़ रास्ते से होकर पुलिस बेहद योजनाबद्ध तरीके से इस खेत तक पहुंची, जहां फसल उखाड़ने में खुद पुलिसकर्मियों को जुटना पड़ा।
कई घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस ने गांजे के पौधे उखाड़ने के बाद उन्हें थाने तक पहुंचाया। पुलिस इस खेती से जुड़े लोगों और इस खेती को कहां सप्लाई होना था, इसके नेटवर्क की तलाश कर रही है। आरोपित फरार है। गुरुवार को मामले का खुलासा करते हुए एसपी रविंद्र वर्मा ने बताया कि चौकी हेलापडावा थाना चैनपुर पर नवादीया फाल्या ग्राम टांडावाड़ी के रहने वाले टिडिया ने अपने खेत में तीन अलग-अलग हिस्सों में बड़ी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ गांजे के पौधे लगाए हुए थे। इसकी सूचना पर पुलिस टीम का गठन कर बुधवार को योजनाबद्ध तरीके से खेत में घेराबंदी कर दबिश दी गई।
खेत में बने घर पर पुलिस टीम को ताला लगा मिला, परंतु आसपास सर्च के दौरान पुलिस टीम को भारी संख्या में खेत में गांजे के पौधे लगे मिले। इसके बाद ड्रोन से सर्चिंग की गई। खेत से कुल 3200 गांजे के पौधे वजनी लगभग 3551 किलो 240 ग्राम (35.51 क्विंटल), जिनकी कीमत करीब 1 करोड़ 77 लाख 56 हजार 200 रुपये आंकी गई है। इस फसल को खुद पुलिसकर्मियों ने उखाड़ा।
टिडिया पुत्र दीतू जमरे के विरुद्ध थाना चैनपुर पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। कार्यवाही में एएसपी बिट्टू सहगल, शकुंतला रुहल, एसडीओपी राकेश आर्य, टीआई गेहलोद सेमलिया, चौकी प्रभारी हेलापडाव रमेशचंद्र गेहलोत, अनिल निगवाल, मुकेश हायरी, चंद्रकांत महाजन, दिनेश मंडलोई, रितेश पटेल, धर्मेंद्र यादव, राहुल आटपाडकर, शशांक चौहान, यश सोलंकी आदि शामिल रहे।
पुलिस ने बताया कि पौधों की ऊंचाई पांच से सात फीट हो चुकी थी। पौधों पर कलियां आ गई थीं। करीब पंद्रह दिन के बाद इसे निकाला जाता। यह फसल वर्षा में लगाते हैं। तीन किमी पैदल चलकर टीम पहुंची। इसके बाद बुधवार को सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक दस घंटे में पौधे उखाड़े।