Loksabha Election 2024 युवराज गुप्ता, बड़वानी। आदिवासी मतदाता बहुल खरगोन में कुछ वर्ष पहले तक भाजपा उम्मीदवारों को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता था। बदलाव की बयार के साथ यहां की हवा में 'कमल' की खुशबू घुली और लोगों ने भाजपा के युवा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह पटेल को सांसद चुनकर लोकसभा में भेज दिया। पश्चिम निमाड़ की खरगोन-बड़वानी संसदीय सीट अपने राजनीतिक घटनाक्रमों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रही है।
सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने क्षेत्र में अधोसंरचनात्मक कार्य करवाकर क्षेत्र की सूरत बदलने का प्रयास किया। सड़कें, स्कूल-कॉलेज सहित अन्य सुविधाएं भी केंद्रीय योजनाओं के मद से जुटाई गई लेकिन रोजगार के लिए पलायन इस क्षेत्र की अब भी सबसे बड़ी समस्या है। खरगोन और बड़वानी जिलों से अब भी महाराष्ट्र और गुजरात जाने वालों की संख्या हर साल अच्छी-खासी होती है। अन्य प्रदेशों में जाना आदिवासी समुदाय के लोगों की मजबूरी भी है क्योंकि क्षेत्र में रोजगार के अधिक साधन उपलब्ध नहीं हैं। बड़वानी जिले के कई क्षेत्र अब भी जलसंकट और बदहाल सड़कों की समस्या से जूझ रहे हैं। इस पर काम शुरू तो हुआ है लेकिन पूरा होने में वक्त लगेगा।
क्षेत्र में वैसे तो कई छोटे उद्योग संचालित हो रहे हैं लेकिन बड़े उद्योग स्थापित किए जाने की आवश्यकता है ताकि बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर निर्मित हो सके। बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के बाद युवा अच्छा रोजगार भी चाहते हैं लेकिन उनके हाथ अब तक आश्वासनों के अलावा और कुछ नहीं आया। कुशल श्रमिकों से लेकर पढ़े-लिखे युवा तक काम की तलाश में पड़ोसी राज्यों का रुख करते हैं। युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के प्रयास का दावा तो होता है लेकिन मैदानी हकीकत इससे अलग है।
संसदीय क्षेत्र में शहरों से गांवों को जोड़ने वाली सड़कें वर्तमान में बेहतर होने से सुगम परिवहन की सुविधा लोगों को मिली है। नए पुल-पुलिया बनने से कई अवरोध खत्म हुए हैं। वहीं शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी यहां पर कई प्रयास रंग लाए हैं और बड़े आयाम स्थापित हुए हैं।
हाल ही में खरगोन में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा भी हो गई है। कुछ दिन पहले ही खरगोन जिला मुख्यालय पर क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय की स्वीकृति मिली है। जुलाई से पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी। इसके अलावा नवग्रह कॉरिडोर और महेश्वर कॉरिडोर पर काम जारी है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र पाटी, भगवानपुरा, धूलकोट सहित अन्य स्थानों पर नए स्वास्थ्य केंद्र खोलने के साथ ही डाक्टरों की पदस्थापना की गई है।
क्षेत्र में धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों पर भी विकास कार्य हुए हैं। खासकर निमाड़-मालवा में आस्था के बड़े प्रतीक प्रसिद्ध नागतीर्थ शिखरधाम नागलवाड़ी जाने का रास्ता बेहतर हो गया है। सतपुड़ा की ऊंची पहाड़ी पर करीब तीन किमी के दुर्गम रास्ते का नवनिर्माण कर इसे सुगम बनाया गया है। अब यहां पर उज्जैन के श्री महाकाल महालोक की तर्ज पर भव्य भिलटदेव महालोक का निर्माण होगा।
इसी तरह जैन तीर्थ सिद्धक्षेत्र बावनगजा तक पहुंचने के लिए भी नई सड़क बनाई गई है। सांसद ने संसद में 31 जुलाई, 2019 को 100 वाट एफएम रेडियो और दूरस्थ ग्रामों में मोबाइल कनेक्टिविटी की सुविधा का मुद्दा उठाया था। इस पर भारत सरकार द्वारा स्वीकृति दिए जाने पर एफएम रेडियो की सुविधा मिली। साथ ही करीब 347 गांवों में मोबाइल टावर भी स्थापित हो रहे हैं।
आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने के लिए गजेंद्र सिंह पटेल ने खरगोन जिले के सिरवेल और बड़वानी जिले के जूनाझिरा ग्राम को गोद लिया है। सिरवेल में दो साल से अस्पताल का निर्माण चल रहा है। यहां हाईस्कूल है लेकिन छात्रावास नहीं है। इसके अलावा सबसे बड़ी समस्या पेयजल की है। यहां लोग हैंडपंप के भरोसे हैं। इसके अलावा दूरसंचार में भी परेशानी है। सिरवेल, खापरजामली, उमरिया, गोंटिया और कुमारबैड़ी ग्राम पंचायतों में दूरसंचार नेटवर्क नहीं है।
आदर्श ग्राम जूनाझिरा पहाड़ी के शिखर पर बसा है। यहां पर सड़क, बिजली के साथ ही अन्य विकास कार्य हुए हैं। सामुदायिक भवन का निर्माण कर शेड बनाया गया है। इसमें गांव के सामूहिक आयोजन होते हैं। -कैलाश वास्कले, सरपंच, ग्राम पंचायत जूनाझिरा
जूनाझिरा में पहाड़ी की चढ़ाई की सड़क भी नई बनने से राह आसान हुई है। 24 घंटे बिजली की सुविधा मिल रही है। सड़क निर्माण की वजह से पेड़ों की बलि चढ़ गई है। यहां हरियाली के लिए पौधरोपण आवश्यक है। -सोमवारिया पटेल, पंच, ग्राम जूनाझिरा
पहाड़ी ग्राम जूनाझिरा, बंधान, आमलियापानी आदि गांवों में नल-जल योजना के माध्यम से हर घर में पानी पहुंचा है लेकिन मोबाइल नेटवर्क की समस्या अब भी कायम है। -कमलेश मेघवाल, निवासी, ग्राम बंधान
खरगोन-बड़वानी संसदीय क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को लेकर बेहतर कार्य किए गए हैं। संसदीय क्षेत्र को मेडिकल कालेज, विश्वविद्यालय मिले हैं। बिस्टान, नागलवाड़ी और पीपरी गांव में बड़ी सिंचाई परियोजनाएं लाई गई हैं। इससे किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी। जलस्तर भी बढ़ेगा। जल जीवन मिशन के तहत गांवों में पेयजल सुविधा को बेहतर किया जा रहा है। नए टावर लगाकर मोबाइल नेटवर्क बेहतर करने के साथ ही रेडियो स्टेशन भी स्थापित किया है। संसदीय क्षेत्र में उद्योगों और युवाओं के लिए स्वरोजगार को लेकर भी निरंतर प्रयास व विकास कार्य जारी है। -गजेंद्र सिंह पटेल, सांसद खरगोन