नईदुनिया प्रतिनिधि, मंदसौर। आज सावन माह का दूसरा सोमवार है। इस अवसर पर भगवान श्री पशुपतिनाथजी के दर्शन के लिये बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। भक्तों की अधिक संख्या के अनुमान से मंदिर प्रबंध समिति द्वारा दर्शन की व्यवस्था में बदलाव किया गया है। आज भक्तों को मंदिर गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया गया है। भक्तजन गर्भगृह के बाहर से ही बाबा पशुपतिनाथजी के दर्शन कर रहे हैं।
चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
यह व्यवस्था इसलिये की गई है ताकि मंंदिर पर भक्तों को पशुपतिनाथ के दर्शनों में भी सुविधा हो सके और भीड़ भी कंट्रोल में रह सकेगी। वर्षा का दौर भी चल रहा है इसको देखते हुए शिवना नदी घाट से लेकर पूरे परिसर में पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद की गई है।
कांवड़ यात्राएं आएंगी
सावन माह के दूसरे सोमवार के अवसर पर भगवान हर साल की तरह इस बार भी गांव-गांव से अनेक कावड़ यात्राएं पहुंचेगी। सावन सोमवार के अवसर पर पशुपतिनाथ मंदिर सहित सभी शिव मंदिरों में विशेष आयोजन होंगे। पशुपतिनाथ मंदिर पर आज 50 हजार से अधिक भक्तों के पहुंचने का अनुमान है।
रुद्राक्ष वितरित किए जाएंगे
इसको लेकर मंदिर पर सुरक्षा एवं व्यवस्था की बेहतर तैयारियां की गई हैं। मंदिर प्रबंधक राहुल रूनवाल ने बताया की आज पिपलियामंडी सहित अनेक क्षेत्रों से कावड़ यात्राएं आएगी, भक्तों की संख्या अधिक रहेगी। व्यवस्था को बनाए रखने के लिये आज मंदिर गर्भगृह के बाहर से ही भक्तों को दर्शन करवाए जा रहे हैं। श्री गुुंदेश्वर महादेव व्यायाम शाला एवं टीम एवीएस द्वारा संतों की पावन निश्रा में पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में 51 हजार रुद्राक्ष वितरित किये जाएंगे।
पशुपतिनाथ मंदिर पहुंची कांवड़, सभी रमे रहे शिव भक्ति में
पिपलियामंडी से आएगी विशाल कावड़ यात्रा
सावन सोमवार के अवसर पर पिपलियामंडी से विशाल कांवड़ यात्रा भगवान श्री पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचेगी। खुशहाली, समृद्वि व अच्छी बारिश की कामना को लेकर टीलाखेड़ा बालाजी से पशुपतिनाथ मंदसौर के लिए प्रतिवर्ष कांवड़ यात्रा निकाली जाती है। सोमवार को पिपलिया के टिलाखेड़ा बालाजी से कावड़ यात्रियो के साथ हजारों पैदल यात्री मंदसौर पहुंचकर पशुपतिनाथ की पूजा अर्चना करेंगे। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह स्वल्पाहार की व्यवस्था की जाएगी।
सावन के दूसरे सोमवार को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। आज बाहर से ही श्रद्धालुओं को भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करवाए जा रहे हैं।
राहुल रूनवाल, प्रबंधक पशुपतिनाथ मंदिर मंदसौर