सैन्य अधिकारी आए और हाथ में उठाकर रवाना हो गए, इससे पहले भीड़ और पुलिस
दोनों ही बम देखने के लिए जुटे रहे
महू। गुरुवार की सुबह पीथमपुर मार्ग पर सड़क किनारे बम पड़े होने की सूचना से प्रशासन व नागरिकों में हड़कंप मच गया। जानकारी लगने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बम निरोधक विशेषज्ञों को सूचना दी गई। इस बीच कई पुलिसकर्मी और उनके अधिकारी भी पहुंच गए। बम निरोधक दस्ता भी आया। ये सभी काफी देर तक उक्त बम को देखते रहे। इस बीच सैन्य अधिकारियों को भी सूचना दी गई थी जहां से एक अधिकारी अपने एक कर्मी के साथ आए और कुछ मिनट बम और आसपास की स्थिति को देखा और फिर उस बम को हाथ में लेकर अपनी गाड़ी में बैठ रवाना हो गए। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि यह एक स्मोक कैंडल है, जिसका उपयोग युद्घ के दौरान धुआं करने के लिए किया जाता है।
जानकारी के अनुसार महू पुलिस को सूचना मिली कि महूगांव नगर परिषद के गायकवाड़ के पास सड़क किनारे बम पड़ा है। यह खबर तत्काल आसपास के इलाकों में फैल गई। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के जवान मौके पर थे तो वहीं नागारिक बम को देखने के लिए उतावले हो रहे थे। इसके बाद महू थाना प्रभारी अभय नेमा भी दल के साथ मौके पहुंच गए और निरीक्षण किया। देखते ही देखते यहां और भीड़ बढ़ गई। करीब सवा एक बजे इंदौर से बम स्क्वॉड का दल भी पहुंच गया। इस दल ने बम और आसपास के क्षेत्र का जायजा लिया। उनकी आशंका थी कि यहां और भी बम हो सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस और बम स्क्वॉड के अधिकारी करीब एक घंटे तक चर्चा करते रहे। चर्चा का विषय था कि यह बम कौन सी किस्म का है और इसे किस तरह ठिकाने लगाना है। इस बीच उन्हें भीड़ की चिंता भी थी।
पुलिस और बम स्क्वॉड के अधिकारियों के बीच चर्चा चल ही रही थी कि करीब दोपहर 2.35 बजे सेना के एक अधिकारी एसएस शाही मौके पर पहुंचे। शाही ने करीब पंद्रह मिनट तक यहां रुक कर दो बार इस बम को देखा और पुलिस और बम स्क्वॉड के अधिकारियों की बातें सुनीं। इस बीच उन्होंने इन अधिकारियों को बताया कि यह एक स्मोक कैंडल है, जिसका उपयोग युद्घ के दौरान धुआं करने के लिए किया जाता है। शाही ने आशंका जताई कि पास ही हेमा रेंज में अभ्यास के बाद यह उपयोग नहीं हो सका होगा और कोई उठाकर यहां तक ले आया होगा। सैन्य अधिकारी शाही ने पुलिस और बम स्क्वॉड के अधिकारियों को यह जानकारी दी और इसे सामान्य बताया। हालांकि ये अधिकारी अब तक इस स्मोक कैंडल से भी डरे हुए थे, जिन्हें यह सुनकर राहत मिली। इस बीच सैन्य अधिकारी शाही ने स्मोक कैंडल को उठाया और गाड़ी में रखकर रवाना हो गए। उनके मुताबिक इसे इंफेंट्री में ले जाकर निरुद्घ किया जाएगा। इसके बाद बम स्क्वॉड के अधिकारी खालिद मुश्ताक ने औपचारिक बयान दिया कि यह स्मोक कैंडल था जिसका उपयोग हो चुका है। किसी ने बेचने की नीयत से अभ्यास क्षेत्र से उठाकर बाद मेंयहां फेंक दिया। हालांकि इससे पहले वे करीब तीन घंटे तक और स्थानीय पुलिस करीब चार घंटे तक परेशान हो चुके थे।