मुरैना। नईदुनिया प्रतिनिधि। Chambal Express Way चंबल एक्सप्रेस वे अभी तक मुरैना से करीब 15 किमी दूर गड़ोरा गांव के पास से गुजरता हुआ श्योपुर तक बनाया जा रहा था। अब यह सीधे कोटा तक जाएगा। कोटा तक बढ़ाने की मंजूरी मिलने के बाद 195 किमी लंबा एक्सप्रेस वे 283 किमी लंबा हो जाएगा। भोपाल में गुरुवार को मुख्य सचिव एसआर मोहंती की पीडब्ल्यूडी, उद्योग, एमपीआरडीसी सहित राजस्थान व एनएचएआई के अफसरों की बैठक के बाद इसकी प्रक्रिया में तेजी आएगी। एक्सप्रेस वे के निर्माण के दौरान जो जमीन अधिगृहित की जाएगी, उस पर करीब 305 करोड़ का खर्च आएगा।
चंबल एक्सप्रेस के लिए दो साल पहले केन्द्रीय सड़क व परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंजूरी थी। इसमें कहा गया था कि एक्सप्रेस वे के लिए जमीन का अधिग्रहण करने के लिए प्रदेश सरकार निजी जमीन का अधिग्रहण करके दे। एक्सप्रेस वे के लिए मुरैना व श्योपुर क्षेत्र में करीब 50 फीसदी जमीन शासकीय है और 50 फीसदी जमीन निजी है। अब प्रदेश सरकार चंबल एक्सप्रेस वे के लिए जमीन का अधिग्रहण करने के लिए तैयार हो गई है।
पहले श्योपुर से भिण्ड तक बनाने की थी बात: चंबल एक्सप्रेस वे को श्योपुर से भिण्ड तक बनाया जाना था, लेकिन बाद में इस एक्सप्रेस वे को मुरैना के गड़ोरा यानि हाईवे तक सीमिति कर दिया गया। अब मुरैना से श्योपुर के बीच 195 किमी में तो एक्सप्रेस वे बनेगा ही, साथ ही श्योपुर से कोटा के बीच 87 किमी में यह एक्सप्रेस वे को बढ़ा दिया गया है।
नदी के समानांतर 1.5 किमी दूरी पर बनेगा एक्सप्रेस वे: श्योपुर से भिण्ड तक चंबल नदी के तट से 1 किमी की दूरी में चंबल अभ्यारण्य है, इसलिए नदी तट से एक्सप्रेस वे की दूरी 1.5 किमी दूर रखी गई हैं।
5 सौ हैक्टेयर की जमीन का होगा उपयोग: चंबल एक्सप्रेस जिले में तकरीबन तकरीबन बीहड़ की सरकारी जमीन पर ही बनाया जाएगा। बीच बीच में निजी व किसानों की जमीन आएगी। चंबल एक्सप्रेस वे के लिए जो सर्वे हुआ है। उसमें करीब 5 सौ हैक्टेयर जमीन एक्सप्रेस वे में आने की संभावना है।
55 गांवों को मिलेगा सीधा लाभ: चंबल एक्सप्रेस वे से जिले के 55 गांवों को सीधा लाभ मिलेगा। इनमें मुरैना में सबलगढ़ क्षेत्र के अटार घाट, हीरापुर से लेकर कैलारस, जौरा व मुरैना तहसील के गांव आएंगे। एक्सप्रेस वे अटार, झुंडपुरा, छिनबरा, मथुरापुरा, खांडोली व गड़ौरा तक आएंगे।
पर्यटन विकसित करने की तैयारी: हाईवे श्योपुर के पालपुर कूनो और मुरैना में रहू घाट व चंबल सेंचुरी से गुजरेगा तो यहां पर पर्यटन के केन्द्र व ईको टूरिज्म को बढ़ाने का भी प्लान है।