नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। जौरा से कैलारस तक डली ब्रॉडगेज लाइन पर ट्रेन चलाने का ट्रायल चार महीने पहले हो चुका है। इस ट्रैक पर मेमू ट्रेन चलाने से पहले बिजली लाइन (ओएचई) का निरीक्षण होना था, जिसके लिए सोमवार को झांसी रेल मंडल के प्रधान मुख्य बिजली इंजीनियर अनूप कुमार अग्रवाल और उनकी टीम आई।
करीब चार घंटे चले इस निरीक्षण में ओएचई लाइन को पास कर दिया गया। इसके बाद जल्द ही मेमू ट्रेन का संचालन ग्वालियर-जौरा से बढ़कर ग्वालियर कैलारस तक हो जाएगा।
बिजली लाइन की गुणवत्ता से संतुष्ट होने के बाद 75 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से जौरा-कैलारस के बीच बिजली के इंजन से चलने वाली विशेष ट्रेन को चलाकर परीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान रेलवे के सीईडीडी एसएस मंगल, मुख्य बिजली इंजीनियर निर्माण डीबी सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक विवेक मिश्र, वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता मयंक शांडिल्य, वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता परिचालन शिवम श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अखिल शुक्ल, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर सुधीर कुमार मौजूद थे।
गौरतलब है, कि श्योपुर से ग्वालियर तक 200 किमी लंबे गेज परिवर्तन में से अब तक 70 किमी लंबे ट्रैक का काम हो चुका है। अब अगले चरण में कैलारस से सबलगढ़ तक का ट्रैक तैयार किया जा रहा है, जिस पर आगामी तीन महीने में ट्रायल होने की संभावना है।