नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। सलगढ़ तहसील की मांगरौल उचित मूल्य दुकान के संचालक ने गरीब परिवारों के अलावा स्कूल व आंगनबाड़ी के बच्चों के मिड डे मील के लिए जाने वाले राशन की कालाबाजारी कर दी। उक्त दुकान को पांच महीने पहले निलंबित कर दिया गया था। बचा हुआ राशन दूसरी दुकान को देना था, जो बाजार में खपा दिया। अब विभाग ने इस मामले में आरोपित दुकानदार पर एफआईआर के लिए कलेक्टर से अनुमति मांगी है।
दरअसल, मांगरौल की उचित मूल्य दुकान से राशन की कालाबाजारी की शिकायतें करीब एक साल से आ रही थीं। इन शिकायतों के बाद कलेक्टर अंकित अस्थाना ने मार्च 2023 में मांगरौल पीडीएस दुकान पर छापामार कार्रवाई करवाई, जिसमें गेहूं-चावल का स्टॉक गड़बड़ मिला। सैकड़ों गरीब परिवारों का राशन बाजार में बेचने की पुष्टि होने पर दुकान को निलंबित कर दिया गया था और दुकान संचालक को निर्देश दिए कि बचे हुए पूरे राशन को रामपहाड़ी उचित मूल्य दुकान के सुपुर्द किया जाए।
मांगरौल पीडीएस के संचालक ने रामपहाड़ी पीडीएस दुकान को मात्र 10 क्विंटल चावल, नमक के 596 पैकेट ही दिए। इसके बाद बचे हुए 19971 किलो गेहूं, चावल 26655 किलो, 67 किलो नमक और 25 किलो शकर की कालाबाजारी कर दी।
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मांगरौल पीडीएस दुकान संचालक ने केवल गरीब परिवार ही नहीं, बल्कि स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के मिड डे मील का राशन की भी कालाबाजारी कर दी है। खाद्य एवं नियंत्रक विभाग के अनुसार पीडीएस का 14234 किलो गेहूं, 23624 किलो चावल, 67 किलो नमक और 25 किलो शकर की कालाबाजारी की।
स्कूलों को दिए जाने वाले मिड डे मील के राशन में से 1476 किलो गेहूं और 405 किलो चावल गायब कर दिया। आंगनबाड़ी केंद्रों के मिड डे मील के राशन में से 4261 किलो गेहूं और 2626 किलो चावल बेच दिया गया है।