
नईदुनिया न्यूज, पोरसा। पोरसा से मुरैना, भिंड, अंबाह, अटेर और फूप तक आधा सैकड़ा से अधिक वाहन बिना परमिट और बिना तय रूट के धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। इन वाहनों पर न तो परिवहन विभाग की कोई वैध अनुमति है और न ही रूट तय हैं। बावजूद इसके सवारियों को जबरन रोककर ले जाया जा रहा है। बस ऑपरेटरों का कहना है कि लाखों रुपये की लागत से खरीदी गई बसों को वैध परमिट व रूट दिए जाते हैं।
टैक्स चुकाने के बाद भी उनकी बसें खाली लौट रही हैं, क्योंकि बिना परमिट वाले वाहन सवारियों को बीच रास्ते से उठा ले जाते हैं। कई बार विरोध किया गया है, बसों को रोककर हड़ताल तक की है, लेकिन इन पर लगाम नहीं लग सकी है। इस समस्या को लेकर बस ऑपरेटर कई बार हड़ताल के साथ थानों सहित आरटीओ कार्यालयों तक लिखित शिकायतें कर चुके हैं। बावजूद इसके आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
बस ऑपरेटर बंटी सिंह परमार ने कहा हमारी बसें खाली मुरैना और भिंड तक जाती हैं। टैक्स भरना पड़ता है, जबकि बिना परमिट वाले वाहन हमारा व्यवसाय चौपट कर रहे हैं। कई बार आरटीओ व पुलिस को शिकायत दी लेकिन सुनवाई नहीं हुई। वहीं अन्य ने बताया कि बिना परमिट चल रहे वाहनों पर लगाम कसना प्रशासन की जिम्मेदारी है, अन्यथा परिवहन व्यवस्था अव्यवस्थित होकर आम सवारियों की सुरक्षा पर भी संकट खड़ा कर सकती है।
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