
नईदुनिया प्रतिनिधि, नरसिंहपुर। नरसिंहपुर जिले में ग्राम पांजरा निवासी दशरथ रजक (उम्र 45) की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर भड़का आक्रोश शांत हो गया है, लेकिन मामले में पुलिस जांच अब तेज हो गई है। मृतक के स्वजनों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों की पुष्टि करते हुए एसडीओपी मनोज गुप्ता ने स्पष्ट किया है कि दशरथ रजक की मौत किसी जहरीले पदार्थ के सेवन के चलते हुई है।
एसडीओपी मनोज गुप्ता ने मीडिया को बताया, दशरथ रजक की मौत किसी जहरीले पदार्थ के सेवन के चलते हुई है। स्वजनों ने जो आरोप लगाए हैं, उसके अनुसार मामले को विवेचना में लिया गया है। दोषियों पर निश्चित रूप से उचित और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों का आरोप है कि दशरथ के कार्यस्थल पर उनके किसी सहकर्मी ने उनके साथ गंभीर रूप से मारपीट की और उन्हें जबरन कोई नशीला या जहरीला पदार्थ खिलाया गया। गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल से जबलपुर रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
इस मौत से गुस्साए परिजनों ने न्याय की मांग करते हुए मृतक के शव को दादा महाराज के पास मुख्य सड़क पर रखकर लगभग दो घंटे तक चक्का जाम कर दिया था। पुलिस के आश्वासन और शिकायत दर्ज किए जाने के बाद ही जाम खुल सका था।
अब एसडीओपी के बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि पुलिस जांच का केंद्र जहरीले पदार्थ के स्रोत और दशरथ को इसे देने वाले आरोपी पर रहेगा। पुलिस इस संवेदनशील मामले की हर पहलू से गहनता से जांच कर रही है ताकि मौत के सही कारणों और आरोपी की पहचान हो सके।