
नईदुनिया प्रतिनिधि, नरसिंहपुर: जिले में आपराधिक गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए एसपी डॉ. ऋषिकेश मीणा का फोकस है। वे लगातार थानों में पदस्थ अधिकारियों, पुलिसकरि्मयों को भी लापरवाही न बरतने की हिदायत देते रहे हैं। इसी क्रम में स्टेशनगंज थानांतर्गत भरवारा गांव में हुए गंभीर विवाद में लापरवाही को स्वत: संज्ञान में लेकर आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
जिले में यह पहला मौका है जब किसी एसपी ने इतनी सख्त कार्रवाई की हो। बहरहाल मंगलवार को इस आदेश की जानकारी लगते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार बीती 21 दिसंबर की रात में भरवारा गांव में दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था। इसकी सूचना सही समय पर स्टेशनगंज थाने को लग गई थी। जिसके बाद आठ पुलिसकर्मियों को मौके के लिए रवाना किया था। बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर 20-22 लोगों की भीड़ एकत्र थी, लेकिन पुलिसकर्मियों ने इन्हें नियंत्रित नहीं किया, न ही कार्रवाई करने में रुचि दिखाई।
अगले दिन इसकी जानकारी एसपी डॉ. ऋषिकेश मीणा को लगी। जिसके बाद उन्होंने विभागीय स्तर पर जांच कराई तो लापरवाही सामने आ गई। एसपी ने मंगलवार को आदेश जारी कर स्टेशनगंज थाने में पदस्थ चार प्रधान आरक्षक अखिलेश धुर्वे, नरेंद्र कुशवाहा, आशीष मिश्रा, अरविंद समेत तीन आरक्षकों मोहित ठाकुर, राजेश वामनकर, संजय पांडेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही सैनिक राजेंद्र राजपूत को होमगार्ड कार्यालय में संबद्ध किया गया है।
एसपी डॉ. मीणा ने कहा कि यह कार्रवाई उन अन्य पुलिसकर्मियों के लिए भी चेतावनी है, जो अपराध को रोकने में ढुलमुल रवैया अपनाते हैं। वे सभी थाना क्षेत्रों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। कानून व्यवस्था को बनाए रखने में किसी भी तरह की लापरवाही बदरश्त नहीं की जाएगी। ऐसे पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई होगी।