
नईदुनिया प्रतिनिधि, नीमच। नीमच-रामपुराजिले के रामपुरा क्षेत्र में एक गांव में खेत पर बने कमरे में एमडी बनाने की अवैध फैक्टरी संचालित हो रही थी। इस पर एमपी पुलिस की नारकोटिक्स विंग इंदौर और मंदसौर के साथ नीमच पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान तैयार एमडी, प्रोसेस के बाद सुखाने के लिए रखी गई एमडी सहित कई तरह के केमिकल और उपकरण जब्त किए गए हैं। मौके से तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है और मामले में आगामी जांच व कार्रवाई की जा रही है।
यह कार्रवाई शुक्रवार को एमपी पुलिस की नारकोटिक्स विंग इंदौर की अगुवाई में विंग की मंदसौर यूनिट ने नीमच जिले के रामपुरा और कुकड़ेश्वर थाने की पुलिस को साथ लेकर की है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार जिले के रामपुरा तहसील मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर ग्राम लसूड़िया ईस्तमुरार में यह कार्रवाई की गई है। नशे से दूरी, हैं जरूरी अभियान के तहत लगभग 35 सदस्यीय टीम ने ग्राम लसूड़िया ईस्तमुरार में अर्जुन पुत्र शंकरलाल बंजारा व भाई रमेश बंजारा के खेत पर बने कमरे पर दबिश दी तो अर्जुन और रमेश के साथ मौके पर खेड़ी दायमा का निरंजन बंजारा मिला। यह तीन आरोपित मिलकर खेत पर बने कमरे में केमिकल और उपकरणों की मदद से एमडी ड्रग बना रहे थे।
इस पर टीम ने कार्रवाई करते हुए मौके से तैयार एमडी ड्रग, प्रोसेस के बाद सुखाने के लिए रखी एमडी ड्रग सहित केमिकल व उपकरण पकड़े हैं। टीम ने कार्रवाई के बाद तीनों आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है। आरोपितों से एमडी ड्रग की अवैध फैक्टरी संचालित करने सहित सप्लाई चैनल की जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है।
निरंजन पुत्र भीमा बंजारा आयु 32 वर्ष निवासी ग्राम खेड़ी दायामा थाना मनासा
अर्जुन पुत्र शंकरलाल बंजारा आयु 30 वर्ष निवासी लसूड़िया ईस्तमुरार थाना रामपुरा
रमेश पुत्र शंकरलाल बंजारा आयु 27 वर्ष निवासी लसूड़िया ईस्तमुरार थाना रामपुरा
2 किलो 850 ग्राम तैयार एमडी और 10 से 12 किलो एमडी बनाने का मिश्रण मिला है, जिसे मौके पर से जब्त किया गया है। कार्रवाई के दौरान कई तरह के केमिकल, हिटिंग उपकरण, मिक्सिंग टूल, बर्तन, कंटेनर और प्रोसेसिंग मशीनें भी मौके पर मिली है, जिसे कार्रवाई के दौरान टीम ने जब्त किया है।
कार्रवाई में शामिल अधिकारियों की मानें तो अवैध फैक्टरी की स्थिति देखने से प्रारंभिक रूप से लगता है कि आरोपित इस अवैध कारोबार में लंबे समय से जुड़े हुए हैं। पकड़ी गई एमडी और सामान की कीमत भी करोड़ों में हैं। अब अवैध फैक्टरी, कारोबार और एमडी ड्रग के समूचे नेटवर्क को खंगालने की कोशिश की जा रही है। जांच में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।