
नईदुनिया प्रतिनिधि, पन्ना। एक तरफ हमारी सरकारें नौनिहालों के बेहतर भविष्य और शानदार रहन-सहन के लिए तमाम योजनाएं चला रही हैं, लेकिन दूसरी तरफ सिस्टम की बदहाली की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने सबको चौंका दिया है। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में अजयगढ़ के शासकीय अनुसूचित जनजाति सीनियर बालक छात्रावास में हुआ एक विवाद अब सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहा है।
क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि सिर्फ नाश्ता मांगना एक छात्र को इतना महंगा पड़ सकता है कि उसे लात-घूंसों की मार झेलनी पड़े? जी हां! छात्र नवनीत अहिरवार का आरोप है कि कोचिंग से लौटने के बाद जब उसने रसोइए रामदेव अहिरवार से नाश्ता मांगा, तो ना सिर्फ नाश्ता देने से इनकार कर दिया गया, बल्कि बिस्किट या नमकीन मांगने पर रसोइया आपा खो बैठा। आरोप है कि रसोइए ने छात्र का कॉलर पकड़ा और फिर जमकर मारपीट की।
और सबसे बड़ी बात, इस पूरी घटना का लाइव वीडियो किसी छात्र ने बना लिया जो जमकर वायरल हो रहा है। पीड़ित छात्र नवनीत का कहना है कि उसे जान से मारने और भविष्य बर्बाद करने की धमकी भी दी गई। हैरानी की बात यह है कि जब रसोइए रामदेव अहिरवार से बात की गई, तो वह कैमरे के सामने सब कुछ नकारते हुए यह कहते नजर आए कि सब बच्चे जैसे हैं, कुछ नहीं हुआ।
और तो और, इस गंभीर मामले में जिम्मेदार अधिकारी भी कैमरे के सामने आने से कतरा रहे हैं। सवाल यह है कि सरकार की अच्छी शिक्षा और रहन-सहन की योजनाओं पर यह किस तरह का बट्टा है? जब छात्रावास के अंदर छात्र सुरक्षित नहीं हैं, तो क्या खाक अच्छी शिक्षा मिलेगी?