नईदुनिया,राजगढ़। अंतत: खिलचीपुर से भाजपा विधायक हजारीलाल दांगी की दोनों पत्नियां और भाजपा नेत्री इंद्रा मूंदड़ा ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा से दूरी बना ली। सोमवार को कामाख्या धाम के लिए रवाना हुई ट्रेन में ये यात्री शामिल नहीं हुए। उन्होंने आखिरी समय पर अपनी यात्रा निरस्त कर दी।
सूची में रसूखदारों के नाम सामने आने के बाद प्रशासन पूरी तरह से उनके बचाव में उतरता नजर आया।
यात्रा से जुड़ा विवाद
सोमवार को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा के तहत राजगढ़ जिले के ब्यावरा रेलवे स्टेशन से ट्रेन रवाना हुई। इसमें 112 यात्री और अटैंडर मिलाकर कुल 179 लोग जाने वाले थे। इस सूची में खिलचीपुर से विधायक हजारीलाल दांगी की दोनों पत्नियां ज्योत्सना दांगी और सरदारबाई के नाम क्रमश: 88 और 89 नंबर पर दर्ज थे। इसके अलावा भाजपा नेत्री इंद्रा मूंदड़ा का नाम 94 नंबर पर था।
जैसे ही नईदुनिया ने इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित किया, तीनों ने यात्रा से दूरी बना ली। ट्रेन रवाना होने के समय वे रेलवे स्टेशन नहीं पहुंचे। सोमवार को 179 में से 158 यात्री ही मौजूद रहे, इसके बाद 11 लोगों को वेटिंग लिस्ट से शामिल कर भेजा गया।
प्रशासन का बचाव
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा की सूची में रसूखदारों के परिजन सामने आने के बाद प्रशासन ने सफाई दी। अपर कलेक्टर प्रताप सिंह चौहान ने कहा कि धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग से मिले निर्देशों के आधार पर 179 यात्रियों का चयन कंप्यूटराइज्ड रैंडम पद्धति से किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन नामों पर आपत्ति की गई है, वे यात्रा में शामिल नहीं हो रहे हैं।
यात्रियों का स्वागत
ब्यावरा रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया गया। प्रदेश सरकार के मंत्री नारायण सिंह पंवार ने यात्रियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना ऐतिहासिक और जनकल्याणकारी पहल है, जिससे बुजुर्ग और श्रद्धालुओं को निःशुल्क प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा का अवसर मिल रहा है।
इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री बद्रीलाल यादव, भाजपा जिला महामंत्री अमित शर्मा, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अधिकारियों का कहना
ब्यावरा एसडीएम गोविंद दुबे ने बताया कि यात्रा में 179 में से 158 लोग पहुंचे थे। शेष 11 लोगों को वेटिंग लिस्ट से लेकर रवाना किया गया।