
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। डेलनपुर स्थित श्री चेतन्य टेक्नो स्कूल में नौवीं कक्षा के छात्र को एक शिक्षक द्वारा डंडे से पीटने का मामला सामने आया है। सूचना पर सोमवार सुबह छात्र के आक्रोशित पिता स्कूल पहुंचे और विरोध दर्ज कराया। इसके बाद स्कूल प्रशासन ने माफी मांगी और शिक्षक को स्कूल निलंबित किया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन स्कूल प्रबंधन के हस्तक्षेप और कार्रवाई के बाद छात्र के पिता ने पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई। छात्र की पिटाई करने वाले शिक्षक का नाम सामने नहीं आया है।
छात्र के पिता ने बताया कि सोमवार सुबह बेटा स्कूल के लिए बस से निकला था। बस से उतरते समय वह स्कूल का ब्लेजर अपनी सीट पर ही भूल गया था। जिसे लेने के लिए वह वापस बस की ओर गया था। ब्लेजर लेकर लौटते समय स्कूल के एक शिक्षक ने उसकी डंडे से पिटाई कर दी। जिससे उसके पैर में सूजन आ गई। स्कूल से ही छात्र के पिटाई की सूचना मिलने पर स्कूल पहुंचा था। प्रिंसिपल व शिक्षक ने माफी मांग ली इसलिए पुलिस या किसी प्रकार की शिकायत नहीं की है। थाना प्रभारी सत्येंद्र रघुवंशी ने बताया कि छात्र के पिता ने पुलिस में कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई है। स्कूल की प्रिंसिपल कौशल सिंह को काल किया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया।
05 दिसंबर को चेतन्य टेक्नो स्कूल में उन छात्रों की सूची स्कूल प्रबंधन द्वारा बस ड्राइवर और अटेंडर को थमा दी गई थी, जिनकी फीस जमा नहीं हुई थी। उन्हें निर्देश दिए गए कि इन छात्रों को स्कूल बस में न बैठाया जाए। सुबह जब निर्धारित छात्रों को बस में नहीं बैठाया गया तो अभिभावक भड़क गए और स्कूल पहुंचकर विरोध जताया था। अभिभावक सौरभ रांका, हरिओम, मनीष त्रिपाठी, प्रितेश जैन, अर्पित रांका, रामलाल डिंडोरी, जीवन और पवन चंडालिया सहित रतलाम व सैलाना के अन्य अभिभावकों ने बताया था कि स्कूल में बस शुल्क जमा करने पर ही छात्रों को किताबें वितरित की जाती हैं। यदि किसी छात्र की बस फीस नहीं भरी हो तो न किताबें दी जाती हैं और न ही स्कूल बस में बैठने दिया जाता है।
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अभिभावकों का कहना है कि शिकायत करने पर भी स्कूल प्रबंधन में किसी जिम्मेदार ने उनकी बात नहीं सुनी। मामले में जिला शिक्षा अधिकारी अनिता सागर ने बीईओ एमएल डामर, बीआरीसीसी विवेक नागर, जिला खेल अधिकारी दीपेंद्र सिंह ठाकुर की तीन सदस्यों की कमेटी जांच के लिए बनाई है। कमेटी मंगलवार को स्कूल में जांच के लिए पहुंचेगी।
स्कूल परिसर से ही शिक्षण सामग्री बेचने के मामले में जुलाई 2024 में तत्कालीन कलेक्टर राजेश बाथम ने श्री चेतन्य टेक्नो स्कूल पर 2 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। प्रशासन को स्कूल से ही सीधे किताबें, यूनिफॉर्म आदि बेचे जाने की शिकायत मिली थी। इस पर सात जुलाई को प्रशासन के दल ने कार्रवाई की थी। इस दौरान शिक्षण सामग्री लेने आए कुछ अभिभावक भी वहां मिले थे। कार्रवाई के दौरान सामग्री बरामद करने के लिए प्रशासन दल को स्कूल भवन के कक्ष का ताला भी तोड़ना पड़ा था। जांच में स्कूल प्रशासन ने अपनी गलती स्वीकार की थी।