
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम/जावरा: पार्वती-कालीसिंध-चंबल राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना से रतलाम सहित मध्यप्रदेश के मालवा और चंबल अंचल के 15 जिले और राजस्थान के 15 जिलों में कृषि सिंचाई की स्थायी सुविधा मिलेगी।
मालवा क्षेत्र में करीब 5 हजार करोड़ रुपए लागत से एक नया आधुनिक फोर-लेन (उज्जैन-जावरा) हाईवे बनने जा रहा है। यह हाईवे रतलाम जिले की सीमा से भी गुजरेगा। इसके निर्माण के लिए किसानों की सभी मांगे मानी जाएंगी। आवश्यकता हुई तो, भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजा राशि भी बढ़ा दी जाएगी।
यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को जावरा में सोयाबीन भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत किसानों को भावांतर राशि वितरण के लिए आयोजित राज्य स्तरीय सम्मेलन में कही। मुख्यमंत्री ने 3.77 लाख से अधिक सोयाबीन उत्पादक किसानों को 810 करोड़ रुपए की भावांतर राशि बैंकखातों में सिंगल क्लिक से अंतरित की। इसमें रतलाम जिले के 12 हजार 386 किसान भी शामिल हैं, जिनके खातों में 20.74 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक से भेजे गए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अबतक प्रदेश के 6.25 लाख से अधिक सोयाबीन उत्पादक किसानों को करीब 1300 करोड़ रुपये की भावांतर राशि का भुगतान हो चुका है। भावांतर, केवल एक योजना नहीं किसानों के प्रति सरकार का श्रद्धाभाव है। भावांतर की राशि किसानों के अधिकार की राशि है। वर्ष 2026 को हमने अन्नदाताओं के कल्याण को ही समर्पित किया है। अगले वर्ष हम कृषि उत्सव मनाएंगे।
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साथ ही सीएम ने कहा प्रदेश के विकास का यह कारवां कभी रूकेगा नहीं। लाड़ली बहनों को अभी 1500 रुपये दिए जा रहे हैं, इस राशि को 3 हजार रुपये तक बढ़ाया जाएगा। कार्यक्रम को विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्रसिंह तोमर, कृषि मंत्री एदलसिंह कंसाना, जावरा विधायक डा राजेंद्र पांडेय ने भी संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मालवा के गांधी के नाम से प्रसिद्ध स्व. डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय की जीवनी पर केंद्रित पुस्तिका का विमोचन भी किया।