
इंदौर एडिशन, रतलाम ब्यूरो। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद अब ईरान-इजरायल के बीच छिड़ी जंग ने मूल्यवान धातु सोना-चांदी के भाव आसमान पर पहुंचा दिए हैं। तूफानी तेजी ने चांदी की चमक बढ़ाते हुए भाव अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा दिए हैं। वर्तमान में चांदी 111100 रुपये प्रतिकिलो और सोना 101600 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गए हैं। जानकारों का कहना है कि सोना-चांदी के भाव में 24 माह में करीब 80 फीसदी की तेजी आई है। जून 2023 में चांदी 70 हजार व सोना 59 हजार रुपये थे।
सोना-चांदी के भाव में चल रही अत्यधिक घट-बढ़ ने सभी को चिंता में डाल रखा है। वर्तमान में तेजी के चलते सराफा बाजार में कामकाज पूरी तरह ठप है। जानकारों का कहना है कि वर्तमान में जहां ईरान-इजरायल युद्ध के चलते तेजी का माहौल बना है, वहीं बीच-बीच में सटोरियों के हस्तक्षेप के चलते भी भाव में अत्यधिक उतार-चढ़ाव आ रहा है। कभी तूफानी तेजी तो कभी गिरावट से सराफा में भूचाल जैसी स्थिति बनी हुई है। कोई भी ठीक से व्यापार नहीं कर पा रहा है।
सराफा व्यवसायी शुभम मूणत का कहना है कि दो साल में सोना-चांदी के भाव में 80 से 90 फीसद तक बढ़ोतरी हुई है। इससे धनाढ्य वर्ग का रुझान इनकी खरीदी में बढ़ता जा रहा है। सोना-चांदी में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वर्तमान में चांदी के भाव अब तक सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। सोना-चांदी के भाव में तेजी के माहौल ने मध्यम व निम्न वर्ग के परिवारों को जरूरी खरीदी करने से दूर कर दिया है। थोड़े-थोड़े समय में भाव में आ रहे अत्यधिक उतार-चढ़ाव को कोई भी ठीक से समझ नहीं पा रहा है। सोना-चांदी के भाव अनियंत्रित हो गए हैं। बुधवार के मुकाबले गुरुवार को चांदी में 3000 रुपये व सोना में 200 रुपये की तेजी रही।
जानकारों के अनुसार, यदि अंतरराष्ट्रीय हालात ऐसे ही बने रहे, तो आने वाले महीनों में सोना-चांदी और महंगे हो सकते हैं। ऐसे में निवेशक तो लाभ कमा सकते हैं, लेकिन आम उपभोक्ताओं की जेब पर भारी असर पड़ेग