
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। सैलाना में पुलिस बनकर वृद्ध से सोने के आभूषण ठगने वाले गिरोह की पहचान भोपाल के ईरानी गैंग के रूप में हुई है। सीसीटीवी फुटेज की की मदद से पहचान के बाद गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम भोपाल पहुंची। नाकेबंदी के दौरान आरोपित आभूषण छोड़कर भाग निकले।
एसपी अमित कुमार ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में बताया कि 22 अक्टूबर को सैलाना निवासी सुशील शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वे सुबह 09 बजे शंकर मंदिर, गोविंद कुंड (मोहल्ला जुनावास) पर दर्शन के बाद बाइक पर वापस लौटते समय रुद्र पेट्रोल पंप के पहले दो अज्ञात व्यक्तियों ने पुलिसकर्मी बनकर उनकी सोने की चेन और अंगूठी उतरवाकर पुड़िया में बंधवा ली और नकली आभूषण की पुड़िया थमा दी।
घर जाकर शर्मा को ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। मामले में एएसपी राकेश खाखा व एसडीओपी सैलाना नीलम बघेल के नेतृत्व में टीम गठित की गई। थाना प्रभारी पिंकी अजनार व निरीक्षक सुरेंद्र गडरिया की टीम ने घटना स्थल व आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पेट्रोल पंपों के कैमरों में दो संदिग्ध व्यक्तियों को बाइक पर जाते देखा गया।
पुलिस ने उनका पीछा करते हुए जावरा से हुसैन टेकरी मार्ग तक ट्रेस किया। इसके बाद आरोपितों की बाइक से आरोपितों की पहचान ईरानी गैंग के रूप में सामने आई। सीसीटीवी में आरोपितो का हुलिया और बाइक ( एमपी 04-वायडी 2092) का पता लगने पर पुलिस ने मुखबिरों को सक्रिय कर आरोपितों का पता निकाला।
भोपाल के कोहेफिजा स्थित पते पर पहुंची पुलिस की भनक लगने पर आरोपितों ने दबिश के लिए दूसरे कोने पर खड़े पुलिस जवान से कुछ दूरी पर कागज की पुड़िया फेंकते हुए कहा कि हम तुम्हारा सामान लौटा रहे हैं, पीछा मत करो और बाइक से फरार हो गए। पुलिस के अनुसार आरोपित ईरानी गैंग के सदस्य है। ये गैंग दिल्ली, मुंबई और भोपाल में सक्रिय है। इनकी वारदात का तरीका इसी तरह की ठगी करने का है, जो इनकी पहचान है।