
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम: स्टेशन रोड थाना पुलिस ने शुभविहार कालोनी में हुई 18 लाख रुपये की चोरी के मामले में फरियादी के ही पुत्र को गिरफ्तार किया है। आरोपित शुभ विहार कालोनी निवासी 24 वर्षीय सिद्धार्थ पुत्र चांदमल जैन ने कर्ज के बोझ से परेशान होकर अपने ही घर में चोरी की योजना बनाई थी। पुलिस ने सिद्धार्थ को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस ने सिद्धार्थ के कब्जे से सोने की डल्लियां और चेन बरामद की हैं।

मामले में एसपी अमित कुमार ने 31 अक्टूबर को सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया के नेतृत्व में एसआइटी बनाई थी। एसआईटी ने सिद्धार्थ के खिलाफ सबूत जुटाते हुए 10 दिन में मामले का पर्दाफाश किया. एसपी ने टीम को 10 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
एसपी अमित कुमार ने प्रेस वार्ता मेंं बताया कि थाना स्टेशन रोड पर 10 अक्टूबर को शुभ विहार कालोनी निवासी चांदमल पुत्र सागरमल जैन ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 09 अक्टूबर की रात लगभग 8:45 बजे वे परिवार सहित लक्ष्मीनगर स्थित अपने बड़े भाई के घर गए थे। इसी दौरान अज्ञात व्यक्ति ने घर की छत से प्रवेश कर अलमारी से लगभग 18 लाख रुपये के सोने के आभूषण और 38 हजार रुपये चोरी कर लिए थे।
एएसपी राकेश खाखा एवं सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया के मार्गदर्शन में थाना स्टेशन रोड टीआइ जितेंद्रसिंह जादौन नेतृत्व में टीम बनाई गई। जांच में प्राप्त सबूतों और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर फरियादी के पुत्र सिद्धार्थ जैन पर संदेह गहराया। शुरूआत में पूछताछ के दौरान सिद्धार्थ ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ में उसने चोरी को स्वीकार कर लिया।
चोरी के खुलासे में SI विजय सिंह बामनिया, प्रधान आरक्षक महेंद्र फतरोड, हेमंत परमार, मुकेश सिंह चौहान, आरक्षक अनिल सोलंकी, साइबर के प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, हिम्मत सिंह, आरक्षक विपुल भावसार, राहुल पाटीदार की भूमिका रही।
शेयर मार्केट और सट्टे में हुआ कर्जा
आरोपित सिद्धार्थ पिता का इकलौता पुत्र है। सिद्धार्थ पिता के साथ पोरवाड़ों का वास में साड़ी की दुकान संचालित करता है। पूछताछ में सिद्धार्थ ने बताया कि शेयर मार्केट और सट्टा करने से कर्ज में डूबा हुआ था। रुपये की व्यवस्था के लिए उसने अपने ही घर में चोरी की योजना बनाई। 09 अक्टूबर को जब परिवार के लोग बाहर निकल गए तो उसने घर की अलमारी में रखे 38 हजार रुपये और सोने के दो कंगन, दो चूड़ियां, तीन चैन, एक बाली, दो पेंडल व एक अंगूठी चोरी किए।
इसके बाद वह घर पर ताला लगाकर निकल गया। चोरी करने के बाद उसने घर के सामान को अस्त व्यस्त कर दिया और ऊपर छत का गेट खोल दिया। घर के पास मकान निर्माण का काम चल रहा था। इसी का लाभ उठाकर उसने पुलिस के सामने घर के पास बन रहे निर्माणाधीन मकान के सहारे चोरों के आने की झूठी कहानी रच दी।
चोरी की घटना के बाद पुलिस को पहले दिन से ही सिद्धार्थ पर शंका थी। शुरूआत में पुलिस को चोर के आने और जाने का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। इसके बाद पुलिस ने दोस्तों और परिचितों से पूछताछ शुरू की। पूछताछ में सिद्धार्थ के कर्ज में होने और सट्टे होने की जानकारी हाथ लगी। इसके बाद उससे तीन से चार बार पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया।
हर बार सिद्धार्थ के अलग-अलग बयान दे रहा था। पुलिस ने सिद्धार्थ के द्वारा चुकाए रुपये का बैंक स्टेटमेंट चैक किया। जिन्हें रुपये डाले उनसे पूछताछ की तो सभी ने अपने उधारी के रुपये लेने की बात बताई। चोरी के बाद सिद्धार्थ द्वारा कर्जा चुकाने से पुलिस की शंका यकीन में बदल गई। जो सोने की चेन चोरी हुई थी, सिद्धार्थ ने उसे कर्जा चुकाने के एवज में गिरवी रख दी थी। चेन लेने से पहले उसका वीडियो बनाया था जो पुलिस के लिए अहम सबूत बना। सिद्धार्थ ने पकड़े जाने के भय से चोरी किए गए आभूषणों को गलाकर 78 ग्राम की दो सोने की डल्लियां बना कर रख ली थी।
इधर 08 अक्टूबर की रात थाना स्टेशन रोड अंतर्गत कसाई मंडी, हरिजन बस्ती में रईस पुत्र नाहर मोहम्मद कुरैशी के सूने घर में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्धों से पूछताछ की है। पुलिस को क्षेत्र के ही एक व्यक्ति पर संदेह है, जो चोरी वाले दिन से घर पर नहीं है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया ने बताया कि अहम सुराग हाथ लगे हैं। थाना औद्योगिक क्षेत्र अंतर्गत अष्टविनायक कालोनी में 09 अक्टूबर को हुई आभूषण व नकदी समेत करीब 50 लाख रुपये की चोरी के मामले में एसआईटी जांच में जुटी है।
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