
रतलाम (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रोड सेफ्टी ऑडिट (सड़क सुरक्षा अभियान) में मंगलवार को एसपी गौरव तिवारी ने रतलाम-बांसवाड़ा हाईवे पर कुंडा से राजस्थान की सीमा तक करीब 12 किलोमीटर मार्ग का पैदल चलकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने 15 ब्लाइंड व दुर्घटना संभावित स्थलों को चिन्हित कर वहां सुधार कार्य कराने के लिए निर्देश एमपीआरडीसी व अन्य अधिकारियों को दिए। प्रसिद्ध केदारेश्वर मंदिर घाट पर ढलान व घुमावदार रोड होने से वहां कैट आइ, रेलिंग लगाई जाएगी। सफेद पट्टी का प्रयोग कर वाहनों की गति को कम करने का प्रयास किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान अनेक स्थानों पर सड़कों पर गड्ढे पाए गए और प्रकाश व्यवस्था भी नहीं मिली। एसपी ने आंबाकुड़ी मोड़ पर नदी की पुलिया के आसपास भी साइन बोर्ड व रेलिंग लगाने के कहा गया। चावड़ाखेड़ी पुलिया के आसपास एस आकार की सड़क होने से वहां भी कैट आइ व साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। उक्त मार्ग पर छह स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना प्रस्तावित किया गया है। इस दौरान एमपीआरडीसी अधिकारी मूले, टोल प्लाजा के जनरल मैनेजर अजय खाती, यातायात सेल के प्रभारी व रतलाम ग्रामीण के एसडीओपी मानसिंह चौहान, यातायात सूबेदार सुमित्रा सोलंकी, सरवन टीआइ शिवा निनामा साथ रहे। एसपी ने सरवन प्रतिनिधि को बताया कि आंबाकुड़ी, मकोडिया रुंडी, केसरपुरा, चावड़ाखेड़ी, भाटखेड़ी-कोठारिया आदि दुर्घटना संभावित क्षेत्र है। यहां सुधार कार्य शीघ्र कराया जाएगा।
वाली ग्राम के मार्ग पर भी ध्यान देने की जरूरत
सरवन से ग्राम वाली जाने वाला सड़क मार्ग भी दुर्घटना संभावित क्षेत्र है। यहां कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ समय पहले हुए एक्सीडेंट में सरवन के व्यापारी मोहनलाल झंवर की मौत भी हो गई थी। गत वर्ष एक पिकअप वाहन भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे दस से अधिक लोग घायल हुए थे। उक्त मार्ग पर भी हादसे रोकने संबंधी उपाय करने की आवश्यकता है।