Ratlam Demu Train Fire: रतलाम(नईदुनिया प्रतिनिधि)। रतलाम से डा. आंबेडकर नगर (महू) जाने वाली 09390 डेमू ट्रेन में रविवार को जनरेटर कोच में आग लगने की जांच रेलवे ने शुरू कर दी है। सोमवार को डा. आंबेडकर नगर (महू) में तीन सदस्यों के जांच दल ने लोको पायलट सहित अन्य स्टाफ के बयान लिए। प्रारंभिक तौर पर शार्ट सर्किट को वजह माना जा रहा है, लेकिन डेमू रैक के मेंटनेंस की कमी भी सामने आई है।लोको पायलट राजेंद्र बौरासी, ट्रैन मैनेजर दयालसिंह सहित प्रीतमनगर स्टेशन के स्टाफ के बयान के साथ मौके पर भी जांच दल निरीक्षण करेगा। मालूम हो कि रविवार को प्रीतमनगर स्टेशन पर ही आग भभकने पर फायर ब्रिगेड बुलाकर आग बुझाई गई थी।
घटना में कोई जान या माल की हानि नहीं हुई थी। डेमू रैक के मेंटेनेंस में पार्टस भी बाहर से मंगवाना पड़ते हैं। जांच में जनरेटर कोच के पीरियोडिक ओवरहालिंग (पीओएच) को लेकर भी सवाल होंगे। डीपीसी (ड्राइविंग पावर कार) में आए दिन समस्याएं आती रहती हैं, पूर्व में इस मार्ग के लिए मैमू रैक आया था, लेकिन कई महीने तक यार्ड में खड़ा रखने के बाद रैक वापस भेज दिया गया।
सबसे बड़ी परेशानी संसाधन की
आग लगने के बाद कोच की कपलिंग भी पत्थर की मदद से अलग करना पड़ी। रनिंग स्टाफ के पास जो साधन थे वो डीपीसी में होने के कारण परेशानी हुई। डेमू कोच में धुंआ उठने, इंजन फेल होने की घटनाएं पूर्व में भी हुई हैं। ट्रेन के मेंटनेंस के लिए छह से आठ घंटे का समय लगता है, लेकिन रैक की कमी के कारण समय ज्यादा नहीं मिल पाता है। इस हादसे में ट्रेन अगर प्रीतमनगर से आगे रवाना हो जाती तो बड़ी जनहानि की आशंका थी। रेलवे जांच के बाद रैक सहित अन्य सुविधाओं को लेकर कुछ बदलाव कर सकता है।
डेमू ट्रेन में आग के कारणों व घटना को लेकर रेल प्रशासन की टीम जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। - खेमराज मीणा, पीआरओ रेलमंडल