
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम । दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र के ग्राम बिबड़ौद में एक व्यक्ति ने ढाई हजार रुपयों की बात को लेकर पत्नी से विवाद कर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद उसने पत्नी का शव अपने घर से कुछ दूरी पर स्थित मां के घर बरामदे में ले जाकर रख दिया और अपने घर पर ताला लगाकर भाग गया। बाद में पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया, लेकिन पुलिस ने उसे हिरासत में लेने की पुष्टि नहीं की है।
पुलिस के अनुसार प्रारंभिक रूप से यह बात सामने आई है कि 45 वर्षीय आरोपित लक्ष्मीनारायण चावरे निवासी ग्राम बिबड़ौद व उसकी पत्नी 40 वर्षीय चच्चीबाई उर्फ सुगनाबाई के बीच शनिवार-रविवार की दरमियानी रात में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद के दौरान लक्ष्मीनारायण ने चच्चीबाई के साथ मारपीट कर उसका गला व मुंह दबा दिया। इससे उसकी मौत हो गई।
रविवार सुबह वह पत्नी का शव अपने घर से निकालकर करीब 20 फीट दूर स्थित अपनी मां प्रेमलताबाई के घर के बरामदे में ले गया और चादर ओढ़ाकर शव रख दिया। इसके बाद वह अपने घर के दरवाजे पर ताला लगाकर भाग गया। दोपहर साढ़े बारह से एक बजे के बीच पुलिस को सूचना मिली। थाना प्रभारी अर्जुन सेमलिया, एफएसएल अधिकारी डा. अतुल मित्तल व अन्य अधिकारी, जवान मौके पहुंचे। घटना स्थल की जांच के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कालेज भिजवाया। थाना प्रभारी अर्जुन सेमलिया ने बताया कि आपसी विवाद में चच्चीबाई की उसके पति लक्ष्मीनारायण ने हत्या की है। लक्ष्मीनारायण की गिरफ्तारी नहीं हुई है, उसकी तलाश की जा रही है।
18 वर्ष से भाई के यहां रह रही थी, 11 माह पहले लेकर आया
लक्ष्मीनारायण आए दिन चच्चीबाई से विवाद करता था। चच्चीबाई करीब 18 वर्ष से अपने भाई चतरपाल बाली निवासी सिलावटों का वास बस्ती के घर पर रह रही थी। करीब 11 माह पहले ही वह चच्चीबाई को वहां से अपने घर लेकर आया था। भतीजे पुखराज बाली ने बताया कि लक्ष्मीनारायण कोई काम नहीं करता था। चच्चीबाई की मां कमलेशबाई नगर निगम में कार्यरत थी। वे अपनी पेंशन चच्चीबाई के नाम कर गई थी। उनका 11 माह पहले निधन हो गया। जब लक्ष्मीनारायण को पता चला कि उसकी सास की पेंशन पत्नी चच्चीबाई को मिल रही है तो वह उसे अपने घर ले आया था।
मां ने कहा रुपयों के लिए मारा
लक्ष्मीनारायण की मां प्रेमलता ने बताया कि लक्ष्मीनारायण ने रविवार सुबह छह से सात बजे के बीच आकर उन्हें बताया कि उसकी पत्नी कुछ बोल नहीं रही है और उठ भी नहीं रही है। वे उनके घर पहुंची और कहा कि उसे पानी पिलाया तो वह पानी भी नहीं पी रही थी। लक्ष्मीनारायण ने उन्हें बताया था कि चच्चीबाई को ढाई हजार रुपये रखने के लिए दिए थे। रात में उसने रुपये वापस मांगे तो चच्चीबाई ने नहीं दिए। रुपयों को लेकर उनके बीच विवाद हुआ और उसने मारपीट की थी। कुछ देर बाद वह शव रखकर ताला लगाकर कहीं चला गया।
फोटो - आरोपित लक्ष्मीनारायण की मां प्रेमलता के घर के बाहर लगी लोगों की भीड़ और जांच करने पहुंचे एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल व थाना प्रभारी अर्जुन सेमलिया।