
रतलाम। ट्रेन की चपेट में आने से घायल हुए 35 वर्षीय कल्लूनाथ पुत्र नाथूनाथ निवासी ग्राम खोखरा (हसन पालिया) थाना औद्योगिक क्षेत्र जावरा ने जिंदगी व मौत से संघर्ष करते हुए करीब 14 घंटे बाद दम तोड़ दिया। रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम कराकर शव स्वजन को सौंप दिया।
उल्लेखनीय है कि कल्लूनाथ मजदूरी करने के लिए रतलाम आता-जाता रहता था। वह सोमवार सुबह 6.35 बजे वह इंदौर-जोधपुर एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर गांव जाने के लिए जावरा जा रहा था। तभी ट्रेन चलने के कुछ समय बाद मंदसौर रेल लाइन पर घटला ब्रिज के पास वह चलती ट्रेन से नीचे गिर गया था। इससे उसका दाहिना पैर पहिये की चपेट में आने से घुटने के पास से कटकर अलग हो गया। सूनसान इलाका होने से वह काफी देर तक घटनास्थल पर ही पड़ा रहा। करीब साढ़े तीन घंटे बाद किसी व्यक्ति ने उसे पटरी किनारे घायल अवस्था में पड़ा देखकर 108 एम्बुलेंस व रेलवे पुलिस को सूचना दी थी। इसके बाद उसे जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया था, जहां रात करीब पौने दस बजे उसने दम तोड़ दिया। रेलवे पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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बालक की संदिग्ध मौत
रतलाम। रावटी थाना क्षेत्र के ग्राम मोरटक्का में नानी के घर रह रहे एक वर्षीय विकास पुत्र नारायण निनामा निवासी ग्राम आकड़िया की संदिग्ध मौत हो गई। पुलिस के अनुसार विकास की मां करीब दो माह पहले बेटे विकास को उसकी नानी राधाबाई मईड़ा के घर छोड़कर कहीं चली गई। तब से वह नानी के घर ही रह रहा था। मंगलवार दोपहर विकास की मौत हो गई। नानी व अन्य लोग उसका शव लेकर रावटी थाना पहुंचे और पुलिस को बताया कि विकास बीमार चल रहा था। बीमारी से उसकी मौत हुई है। उसका पोस्टमार्टम कराया जाए। वहां से शव जिला अस्पताल भिजवाया। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया गया, मामले की जांच की जा रही है।
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