
MP Sihawal Vidhan Sabha: सिहावल से नीलांबुज पांडे। सिहावल विधानसभा क्षेत्र के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं का इंतजार कर रहे हैं। बिजली, पानी, सड़क के अलावा स्वास्थ्य और शिक्षा के संसाधनों के लिए लड़ाई लड़ना पड़ रही है। बिजली की समस्या को लेकर स्थानीय विधायक कमलेश्वर पटेल को खुद धरना-प्रदर्शन करना पड़ा है। बहरी से अमिलिया मार्ग स्थित सोन पुल आज भी निर्माणाधीन है। शासकीय कालेज सिहावल में प्राध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए छात्र आए दिन मांग करते हैं। गर्मी के दिनों में कई गांवों में पीने की पानी की समस्या है। बहरी, अमिलिया, सिहावल सहित हिनौती बाजार की रौनक गायब है।
2008 में परिसीमन के बाद सीधी जिले में सिहावल नई विधानसभा सीट बनी। यहां से पहली बार भाजपा के विधायक विश्वामित्र चुने गए थे। 2013 से कांग्रेस के कमलेश्वर पटेल विधायक चुने गए। वे 2018 में भी चुनाव जीते और कमलनाथ सरकार में पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री भी रहे। कमलेश्वर पटेल पूर्व मंत्री स्व.इंद्रजीत कुमार पटेल के पुत्र हैं, जो सीधी से सात बार विधायक रहे।
- पिछले वित्त वर्ष में स्वेच्छा अनुदान सहित करीब ढाई करोड़ रुपये सार्वजनिक बिजली, पानी, सड़क, हैंडपंप, पुल-पुलिया और नई सड़क के लिए खर्च किया गया है।
- सोन नदी, नकझर नदी, बारपान नदी पर पुल निर्माण के अलावा घोघरा मंदिर में पर्यटन सुविधाओं का विकास, घर-घर पानी पहुंचाने के लिए पानी की टंकी, पाइप लाइन, बहरी में संयुक्त कार्यालय, बहरी, पहाड़ी, हिनौती, बमुरी और सुपेला में स्टेडियम स्वीकृत किया गया।
- ग्रामीण विकास योजना के तहत सीधी जिले की सभी ग्राम पंचायतों में सड़कों का निर्माण, खाड़ी हटवा चितांग सड़क का निर्माण कराया गया।
बल्हा पोखडौर गांव में मिले वेद प्रकाश मिश्रा और अनिल तिवारी ने कहा कि युवाओं में नशाखोरी बढ़ती जा रही है और सकारी विभागों में भ्रष्टाचार। क्या करें, कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। इनका आरोप है कि दफ्तरों में बगैर रिश्वत के काम नहीं होता। गांव- गांव में दवाइयां नशे के रूप में उपयोग हो रही हैं। स्मैक का नशा भी युवाओं को जकड़ रहा है जिससे दुर्घटनाएं और अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। अमिलिया के जितेंद्र सिंह ने कहा कि क्षेत्र में काम-धंधे की बहुत ही बुरी हालत है। बेरोजगार युवक काम की तलाश में पलायन कर रहे हैं।
अपने चहेतों को उपकृत कर रहे विधायक
2018 में भाजपा के प्रत्याशी रहे शिव बहादुर सिंह कहते हैं कि विधायक ने क्षेत्र के विकास के लिए कोई नया कदम नहीं उठाया है। विधायक अपने चहेतों को विधायक निधि से उपकृत कर रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों पर कोई खास काम नहीं हुआ है। अगर शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश की भाजपा सरकार सजग न हो तो जनता परेशान हो जाए।
सोन नदी का पुराना पुल भारी वाहनों के आवागमन से क्षतिग्रस्त होने के कारण पिछले करीब छह माह से बंद है। फिलहाल यह पुल कार, जीप और इससे छोटे वाहनों के लिए खुला है। बगल में बन रहे नए पुल के निर्माण की हालत धीमी है कि लोग कहने लगे हैं कि अगले चुनाव तक बन जाए तो बहुत बड़ी बात होगी।
सिहावल के राजबहोर केवट कहते हैं कि स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल बेहाल है। अस्पताल का ढांचा तो बना है, लेकिन डाक्टर पदस्थ नहीं हैं। बाजार में मिले अमिलिया के राजू गुप्ता ने कहा कि तपती धूप हो या फिर सर्दी या बरसात... बहरी में खुले आसमान के नीचे यात्री बस का इंतजार करने के लिए मजबूर हैं। बहरी बाजार के नितेश गुप्ता ने कहा कि फुटपाथ पर व्यापार करने वालों ने खुद की दुकान पर सपना पूरा करने के लिए ग्राम पंचायत में पांच वर्ष पहले एक-एक लाख रुपये जमा किए मगर दुकानें नहीं मिलीं।
पूर्व मंत्री और विधायक कमलेश्वर पटेल का दावा है कि बिजली, पानी और सड़क को लेकर लगातार काम किया गया है जिसमें सफलता भी मिली भी है। सरकारी निद्रा को तोड़ने के लिए बिजली समस्या को लेकर पदयात्रा और धरना-प्रदर्शन भी करना पड़ा है। स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में विकास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। ग्राम पंचायतों में नल जल पर भी काम हो रहा है।- कमलेश्वर पटेल, विधायक कांग्रेस