
बीना (नवदुनिया न्यूज)।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बीना ब्लॉक की छह निष्क्रिय आशा कार्यकर्ताओं को हटाने की कार्यवाही शुरू कर दी है। जिसके तहत उन्हें कार्य नहीं करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। संतुष्टिपूर्ण जबाब नहीं होने पर हटा दिया जाएगा। यह आशा कार्यकर्ताएं तीन माह से अनिवार्य सेवाओं पर भी ध्यान नहीं दे रही थीं।
ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार व स्वास्थ्य योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए आशा कार्यकर्ताओं को रखा जाता है। कार्यकर्ता के लिए न्यूनतम योग्यता 5वीं पास, आयु 25 वर्ष से अधिक व गांव की निवासी होना जरूरी होता है। ग्राम सभा में पारित प्रस्ताव के बाद स्वास्थ्य विभाग इन्हें बतौर आशा कार्यकर्ता रखता है और इन्हें जरूरी 6 सेवाओं को पूरा करने पर मानदेय देता है। छह जरूरी सेवाओं में जन्म का पंजीयन, मृत्यु का पंजीयन, गर्भ का पंजीयन, विवाह का पंजीयन, टीकाकरण की सूची व कराने में सहयोग करने पर 2 हजार रुपये का मासिक पैकेज दिया जाता है। ब्लॉक की ब्लॉक की आशा कार्यकर्ता सुनीता अहिरवार पिपरिया पूरन, मनीषा कुशवाहा बेसरा कसोई, रेखा बिलगैयां नौगांव, कला बाई विश्वकर्मा बरोदिया घाट, उर्मिला यादव कोंरजा व फूलबाई अहिरवार इटावा बाहरी क्षेत्र ने इन छहों जरूरी सेवाओं पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया। जिस कारण उन्हें नोटिस जारी कर 10 दिन के अंदर जबाब मांगा गया है। बीएमओ डॉ संजीव अग्रवाल ने बताया कि जबाब संतुष्टिपूर्ण नहीं होने पर हटा दिया जाएगा।
ब्लॉक में 148 कार्यकर्ता
बीना ब्लॉक में कुल 148 आशा कार्यकर्ता हैं। इन्हें 200 से 2000 तक की आबादी वाले गांवों में रखा जाता है।