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नईदुनिया प्रतिनिधि, सीधी। शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे और उनके साथियों ने सोमवार को सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे (64) के चेहरे पर कालिख पोत दी। उन पर निजी क्लीनिक चलाने का आरोप लगाया है। घटना से आहत सिविल सर्जन ने नौकरी छोड़ने की धमकी दी है। वहीं सीएमएचओ डॉ. बबिता खरे ने भी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कहा कि जब कार्रवाई नहीं हो जाती आपातकाल सेवाएं छोड़कर जिले में सभी स्वास्थ्य सेवाएं ठप रहेंगी।
पुलिस ने मामले में एफआइआर दर्ज कर विवेक पांडे समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी दिव्य प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के मुताबिक, सीधी जिला अस्पताल में कुछ दिन पहले एक शिवसैनिक की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। शिवसेना ने इस पर सिविल सर्जन समेत डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध जताया था।
सोमवार सुबह विवेक पांडे समेत कुछ शिवसैनिक हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित सर्जन डॉ. एसबी खरे के घर (यहीं पर क्लीनिक भी है) पहुंचे। डॉ. खरे वहां से निकल ही रहे थे कि उन्हें रोककर चेहरे पर कालिख पोत दी। इस दौरान डॉक्टर की आंख में कालिख चली गई, जिसे शिवसैनिकों ने गमछे से साफ किया। घटना से चिकित्सा महकमे में आक्रोश है। सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे ने कहा कि घटना से मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं। सरकार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का पत्र भेजूंगा।
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