नईदुनिया प्रतिनिधि, सतना। रक्षाबंधन का त्योहार भले ही सलाखों के भीतर हो, लेकिन बहन-भाई के रिश्ते की डोर किसी दीवार या ताले से बंधी नहीं होती। सतना केंद्रीय जेल में गुरुवार को यह नजारा दिल को छू लेने वाला था, जब 708 बहनें दूर-दूर से अपने बंदी भाइयों के लिए राखी का स्नेह लेकर पहुंचीं।
सुबह से ही सतना, मैहर, रीवा, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और सीधी जिलों से बहनों का जत्था जेल के मुख्य द्वार पर पहुंचने लगा। त्योहार को लेकर जेल प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और अलग-अलग जिले के बंदियों के लिए विशेष काउंटर बनाए थे, ताकि भीड़ भी नियंत्रित रहे और बहनों को आसानी से मिलने का मौका मिले।
दोपहर 2 बजे तक 708 बहनों ने रजिस्ट्रेशन कर भाई से मिलने की औपचारिकताएं पूरी कीं। यह सिलसिला शाम 4 बजे तक चलता रहा। जैसे ही कड़ी जांच प्रक्रिया से गुजरकर बहनें अंदर पहुंचीं और भाइयों ने उन्हें देखा, कई आंखें भर आईं। बहनों ने माथे पर तिलक लगाकर आरती उतारी, राखी बांधी और मिठाई खिलाई। जेल के भीतर ही मिठाई का प्रबंध किया गया था, क्योंकि बाहर से कोई भी खाद्य सामग्री लाने की अनुमति नहीं थी।
रक्षाबंधन पर सिर्फ बहनें ही नहीं, बल्कि कई बंदियों के बच्चे, भांजे और नाती-पोते भी जेल पहुंचे थे। छोटे-छोटे कदम दौडक़र पिता या दादा से लिपट जाते, तो बंदियों के चेहरे पर वह मुस्कान लौट आती जो शायद लंबे समय से कहीं खो गई थी। बहनों ने भाइयों के कान में चुपचाप दुआएं फुसफुसाईं — उनकी रिहाई, स्वास्थ्य और खुशहाल जीवन के लिए।
जेल अधीक्षक लीना कोष्टा स्वयं मौके पर मौजूद रहीं और कई बहनों को ढांढस बंधाया। उनके साथ जेल उप अधीक्षक अभिमन्यु पांडेय और स्टाफ का पूरा दल सुरक्षा और व्यवस्था में जुटा रहा। त्योहार की गर्माहट और अनुशासन के बीच तालमेल बनाए रखना जेल प्रशासन के लिए चुनौती था, जिसे उन्होंने संवेदनशीलता के साथ निभाया।
जेल के माहौल में भी यह त्योहार एक अलग ही रंग लेकर आया है। यहां न कोई महंगे उपहार थे, न सजावट की होड़, सिर्फ अपनापन, प्रतीक्षा और एक-दूसरे की सलामती की दुआ। सलाखों के बीच भी रिश्तों का बंधन और विश्वास की डोर अटूट रही। रक्षाबंधन का यह दिन शायद बंदियों और उनके परिवारों के लिए साल का सबसे भावुक दिन बन गया। जब राखी के धागे ने दूरियों को पिघलाकर रिश्तों को फिर से जोड़ दिया, तब महसूस हुआ कि प्रेम और अपनापन किसी दीवार से नहीं रुक सकता।
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रक्षाबंधन पर बंदियों की मुलाकात का आंकड़ा (09 अगस्त 2025)
क्र. जेल का नाम बंदी संख्या परिजनों की संख्या
1 केन्द्रीय जेल सतना 913 2280
2 जिला जेल छतरपुर 269 796
3 जिला जेल पन्ना 193 808
4 सब जेल मैहर 128 505
5 सब जेल नागौद 59 322
6 सब जेल बिजावर 66 264
7 सब जेल लवकुशनगर 38 141
8 सब जेल नौगांव 43 182
9 सब जेल पवई 71 317