
नईदुनिया प्रतिनिधि, सतना। सतना के डिग्री कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य से जुड़ा एक कथित आपत्तिजनक ऑडियो सामने आने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की शैक्षणिक परिषद में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। विवादित ऑडियो और संवादों को संज्ञान में लेते हुए उन्हें विभाग प्रमुख के पद से हटा दिया गया है और परिषद की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है। अब उनके स्थान पर छाया श्रीवास्तव को इस पद का दायित्व सौंपा गया है।
इस मामले पर हाल ही में छिंदवाड़ा में आयोजित परिषद के अधिवेशन के दौरान विस्तार से चर्चा हुई थी। ऑडियो में इस्तेमाल की गई भाषा और संवाद पर गंभीर आपत्ति जताते हुए अधिवेशन में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि संबंधित अधिकारी को किसी भी पद पर बनाए रखना परिषद की छवि और शुचिता के लिए उचित नहीं है। इसी के परिणाम स्वरूप यह प्रशासनिक कार्रवाई की गई है।
उल्लेखनीय है कि यह विवादित ऑडियो नवंबर माह में जमकर प्रसारित हुआ था। आरोप है कि प्रभारी प्राचार्य डॉ. सुरेश चंद्र राय ने कॉलेज की एक छात्रा को आर्थिक लाभ दिलाने का प्रलोभन देकर उसे किराए के कमरे में मिलने के लिए कहा था। इस घटना के वायरल होने के बाद से ही उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग उठ रही थी।
डॉ. सुरेश चंद्र राय का कार्यकाल पहले भी कई विवादों से घिरा रहा है। उन पर अतिथि विद्वानों, जनभागीदारी श्रमिकों और आउटसोर्स स्टाफ को नियमों के विरुद्ध सतना से 50 से 80 किलोमीटर दूर स्थानांतरित करने का आरोप है। इस मामले में महिला स्टाफ ने प्रताड़ना की शिकायत राज्य महिला आयोग से भी की थी। इसके अतिरिक्त, पुलिस के सामने तीन छात्राओं ने भी उनके विरुद्ध अभद्रता करने के गंभीर आरोप लगाए थे।
बीते दिनों एनएसयूआई द्वारा किए गए धरना-प्रदर्शन के दौरान यह दावा किया गया था कि कॉलेज के कमरा नंबर छह में बिस्तर लगे हुए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने जब उक्त कमरा खुलवाया, तो वहां बिस्तर मिलने की बात सही पाई गई थी। इन तमाम गंभीर शिकायतों और ताजा ऑडियो प्रकरण के बाद अब उन पर गाज गिरी है।
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