
नईदुनिया प्रतिनिधि, सतना। भगवान श्रीराम के वनगमन मार्गों को जीवंत करने और आस्था, संस्कृति व एकता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से शुक्रवार को चित्रकूट से श्रीराम यात्रा का शुभारंभ हुआ। इस यात्रा ने आध्यात्मिक उत्सव का रूप ले लिया। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट धाम रेलवे स्टेशन से विशेष श्रीराम यात्रा को मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह यात्रा चित्रकूट से प्रारंभ होकर रामेश्वरम पहुंचेगी। इसके बाद हवाई मार्ग से श्रीलंका में प्रभु श्रीराम के जहां चरण पड़े उन पवित्र स्थलों तक पहुंचेगी। अंतिम चरण में श्रीराम यात्रा पुनः अयोध्या धाम पहुंचेगी, जहां इसका समापन होगा।
अतिथि अतिथियों द्वारा श्रीराम यात्रा प्रारंभ करने से पहले प्राचीन मुखारविंद मंदिर में भगवान श्री कामदगिरि का दर्शन-पूजन किया गया। इस अवसर पर संत सतुआ बाबा, रामायणी कुटी आश्रम के महंत श्री राम हृदय दास सहित बड़ी संख्या में साधु-संत और भक्त मौजूद रहे।
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि श्रीराम यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा को जोड़ने वाला अभियान है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा श्रीराम के आदर्शों, मर्यादा और सेवा की भावना को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम बनेगी।