नईदुनिया प्रतिनिधि, सिवनी। हवाला मामले में 3 करोड़ रुपये की लूट के आरोपों की घिरे पुलिस अधिकारियों की जांच विभागीय अधिकारियों की गले की हड्डी बनते दिख रही है। कार्रवाई को लेकर हर दिन नये-नये आदेश जारी हो रहे हैं।
पुलिस ने क्या कहा
पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मेहता ने 12 अक्टूबर को लखनवाड़ा थाना प्रभारी चंद्रकिशोर सिरामे का निलंबन आदेश जारी किया, जिसे कुछ घंटों बाद जबलपुर पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद वर्मा ने निरस्त कर दिया। इसकी पुष्टि आइजी प्रमोद वर्मा ने नईदुनिया से चर्चा में की है।
11 अक्टूबर की रात हवाला के 1.45 करोड़ रुपये की जब्ती पर धारा 112(2) व 3/6 बीएनएस में दर्ज अपराध क्रमांक 469/25 की जांच में प्रथम दृष्टया लापरवाही पर निलंबन आदेश जारी किया गया था। यह कार्रवाई पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर के आदेश पर होने का उल्लेख आदेश में किया गया था।
वहीं एसपी ने प्रशासनिक दृष्टिकोण से जिले के पुलिस निरीक्षकों व उपनिरीक्षकों के तबादले जारी किए थे। जानकारी के अनुसार अस्थायी रूप से जारी तबादलों को भी देर रात निरस्त कर दिया गया है। वहीं छिंदवाड़ा रेंज के डीईओ राकेश कुमार सिंह ने रविवार को सिवनी जिले का दौरा किया।
जांच जारी
जबलपुर आइजी के निर्देश पर एएसपी आयुष गुप्ता द्वारा हवाला मामले में विस्तृत जांच की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि प्रकरण में जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद इस मामले में कुछ कहा जा सकेगा। गौरतलब है कि अब तक इस मामले में एसडीओपी पूजा पांडे सहित 11 पुलिस कर्मी निलंबित हो चुके हैं।
इधर, जबलपुर एएसपी आयुष गुप्ता द्वारा की जा रही जांच जल्द पूरी होने की बात कही जा रही है, जिसका प्रतिवेदन जबलपुर आइजी प्रमोद वर्मा को भेजा जाएगा। फिलहाल इस मामले में कोई भी पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है। जांच की बात कहकर पुलिस अधिकारी मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कार में हवाला के 2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपये होने की बात शिकायत में कही गई थी। जबकि एसडीओपी व पुलिस कर्मचारियों के पास से 1.45 करोड़ रुपये मिले थे। ऐसे में शेष रकम कहां गई यह अब भी जांच का विषय बना हुआ है।
जुआं-सट्टा की राशि होने का अंदेशा
8 व 9 अक्टूबर की रात एनएच 44 सीलादेही बायपास में हुए घटनाक्रम के बाद जब्त 1.45 करोड़ रुपये के मामले में 11 अक्टूबर को लखनवाड़ा पुलिस थाना में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि वाहन सफेद रंग की कार क्रेटा क्र. एमएच 13 ईके 3430 से कुछ अवैध रकम व मादक पदार्थ जबलपुर से नागपुर जाने की सूचना पर एसडीओपी (सीएसपी) ने सहयोगी कर्मचारियों एसआई अर्पित भैरम थाना प्रभारी बंडोल, प्रधान आरक्षक माखन इनवाती, रविन्द्र उइके, आरक्षक जगदीश यादव, योगेन्द्र चौरसिया, चालक रीतेश वर्मा, आरक्षक नीरज राजपूत, केदार, सदाफल, प्रधान आरक्षक राजेश जंघेला के साथ मिलकर हाईवे से निकलने वाले वाहनों की जांच की।
जांच में सीलादेही बायपास में चिंहित वाहन को रोका गया। इसमें दो व्यक्ति इरफान पठान पुलबंडी जिला औरंगाबाद तथा शेख मुख्तार उज्जैन पुरी तहसील बदनापुर जिला जालना महाराष्ट्र निवासी सवार थे। सीट के नीचे बने चैम्बर की जांच करने पर प्लास्टिक की बोरी में रखे नोटो के बंडल पाए गए। जिसमें एक बंडल में 500 के नोट की 10 गड्डी कुल 5 लाख रुपये इस प्रकार 29 बंडलों में 1 करोड़ 45 लाख रुपये की राशि बोरी में रखी थी, जिसे सीएसपी पूजा पांडे ने अपने कब्जे में ले लिया।
पुलिस की जांच के दौरान दोनों कार सवार मौके से फरार हो गए। यह राशि एसडीओपी कार्यालय में 9 अक्टूबर को सीएसपी पूजा पांडे व एसआई अर्पित भैरम द्वारा प्रस्तुत की गई, जिसे 10 अक्टूबर को मालखाना थाना कोतवाली में सीलबंद कर सुरक्षार्थ रखा गया है।
प्रारंभिक जांच में जब्त राशि जुआं या सट्टा लगाने से संबंधी बताई जा रही है, जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान भेजा जा रहा था। सोहन परमार, इरफान पठान व शेख मुख्तार द्वारा इसे संगठित रूप से किया जाना पाया गया है।
इनका कहना है
सुनील कुमार मेहता, पुलिस अधीक्षक सिवनी का कहना है कि सभी बिन्दुओं पर गंभीरता से जांच की जा रही है। लखनवाड़ा थाना प्रभारी के निलंबन आदेश को जबलपुर आइजी ने निरस्त कर दिया है।