
नईदुनिया प्रतिनिधि, सिवनी: मिशन स्कूल में विद्यार्थियों से ईसाई धर्म के धार्मिक उपदेश व आपत्तिजनक शब्द प्रार्थना के बाद प्रतिदिन बुलवाने का मामला सामने आया है। मिशन स्कूल इस काम पर भड़के हिन्दूवादी संगठन (विहिप, बजरंग दल व अभाविप) के सदस्यों ने ज्ञापन सौंपकर पर मिशन बालक हायर सेकंडी स्कूल प्राचार्य व शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग की है। 8 दिसंबर सोमवार सुबह स्कूल पहुंचे हिन्दूवादी संगठन के पदाधिकारियों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों से प्रार्थना के बाद नया नियम (बाईबल) नामक किताब के नीति वचन के कई वाक्यांश बुलवाए जा रहे थे।
स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों को एक धर्म विशेष की प्रार्थना करने प्रेरित किया जा रहा है, जो नियमों के विपरीत व अनुचित है। साथ ही छात्रों को सनातन धर्म के प्रतीकों (टीका, धागा, कलावा आदि) से दूर रहने का दबाव बनाया जाता है। इसकी शिकायत विद्यार्थियों से मिलने पर अभाविप व अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने स्कूल पहुंचकर पूरे मामले की निष्पक्ष व विस्तृत जांच करने तथा दोषियों पर तत्काल कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
संगठन के सदस्यों के स्कूल पहुंचने पर पुलिस बल के साथ कोतवाली प्रभारी सतीश तिवारी तथा नायब तहसीलदार हिमांशु कौशल भी मौके पर पहुंच गए। प्रार्थना के बाद जिस धार्मिक किताब से जुड़े वाक्यों को दोहराया जा रहा था, उसका पंचनामा बनाकर प्रतिवेदन नायब तहसीलदार ने कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी एसएस कुमरे ने स्कूल प्राचार्य व प्रभारी प्राचार्य को नोटिस जारी कर किस नियमावली के तहत धर्म विशेष के धार्मिक उपदेश व गतिविधियां कराई जा रही थी, इस पर 9 दिसंबर को उपस्थित होकर अपना पक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन का पक्ष जानने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वर्तमान में प्राचार्य राबिन मसीह अवकाश पर थे। प्रभारी प्राचार्य के रूप में मधुलिका सिंग उपस्थित थी, जिनका कहना है कि सालों से जिस तरह प्रार्थना होती आ रही है, उसी तरह करवाई गई है। प्राचार्य अवकाश से लौटकर इस बारे में ज्यादा जानकारी दे सकेंगे।
अभाविप ने कलेक्टर के नाम दिए ज्ञापन में कहा है कि मिशन बालक हायर सेकंडरी स्कूल में प्रार्थना के बाद एक धर्म विशेष से जुड़े श्लोक दोहरवाए जा रहे हैं। छात्रों को सनातन धर्म के प्रतीकों (टीका, धागा आदि) से दूर रहने का दबाव डाला जा रहा है, जो छात्रों की आस्था से जुड़ा विषय है। पूरे मामले की निष्पक्ष व विस्तृत जांच कराकर जिम्मेदारों पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए। 48 घंटे के भीतर प्रशासन संबंधित स्कूल के शिक्षकों पर ठोस कार्रवाई नहीं करता है, तो संगठन आंदोलन करने बाध्य होगा। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस दौरान परिषद के विभाग संयोजक हर्ष अग्रवाल, जिला संयोजक सुजल मिश्रा, नगर मंत्री सजल ठाकुर, आदित्य बघेल सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
हिन्दूवादी संगठनों ने मिशन स्कूल में प्रार्थना के बाद एक धर्म विशेष की किताब के नीति वचन विद्यार्थियों बुलवाने का आरोप लगाया है। इस मामले में पंचनामा बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया गया है। मामले में कलेक्टर के निर्देशन में जांच कराई जा रही है। स्कूल प्रबंधन का जवाब मिलने व प्रार्थना संबंधी प्रक्रिया स्पष्ट होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-हिमांशु कौशल, नायब तहसीलदार सिवनी
जिला शिक्षा अधिकारी एसएस कुमरे ने शिकायत पर संज्ञान लेकर 8 दिसंबर को मिशन बालक हायर सेकंडरी स्कूल के प्राचार्य राबिन मसीह, व प्रभारी प्राचार्य एम सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर प्रार्थना सभा के दौरान धार्मिक उपदेश व गतिविधि कराने पर जवाब मांगा है।
नोटिस में कहा गया है कि शाला प्रारंभ होने पर प्रार्थना सभा के दौरान आपके द्वारा प्रतिदिन धार्मिक उपदेश व गतिविधि कराई जाती है व अध्ययनरत विद्यार्थियों से भी इसका पालन कराने हेतु निर्देश दिए जाते हैं। जिससे प्रार्थना के दौरान एक संठन द्वारा विरोध प्रस्तुत किया गया जिससे विवाद की स्थिति निर्मित हुई व प्रशासन के कार्यपालिक मजिस्ट्रेट ने उपस्थित होकर पंचानामा तैयार किया है।
प्रार्थना स्थल पर प्रतिदिन धार्मिक उपदेश व गतिविधि कराने संबंधी जारी निर्देश, समिति का कार्रवाई विवरण अथवा अन्य अभिलेख प्रस्तुत करें, जिसके पालन में यह कार्य किया जा रहा है। 9 दिसंबर तक अपना कथन प्रस्तुत करें अन्यथा बिना किसी निर्देश के सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने संबंधी एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी।