शहडोल जिले में जोरदार बारिश... 20 साल बाद मुड़ना नदी उफान पर, बूढ़ी माता परिसर में भरा पानी
शहडोल जिले में जोरदार बारिश के बाद नदी-नाले उफान पर हैं। लोगों का कहना है कि मुड़ना नदी में बाढ़ के कारण बूढ़ी माता मंदिर परिसर जलमग्न हो गया है। दूसरी ओर बाणसागर बांध का जल स्तर भी रविवार की सुबह 8:00 बजे 340.60 मीटर पर पहुंच गया है।
Publish Date: Sun, 25 Aug 2024 10:43:52 AM (IST)
Updated Date: Sun, 25 Aug 2024 10:43:52 AM (IST)
शहडोल में गुफा शिव मंदिर का शिवलिंग जलमग्न। दूसरे चित्र में बूढ़ी माता मंदिर में भरा पानी।HighLights
- मुड़ना नदी ने पखारे बूढ़ी माता के चरण, शिव का जलाभिषेक।
- बाणसागर बांध का जलस्तर भी खतरे के निशान से 1 मीटर दूर।
- शहडोल जिले में अब तक औसत 842 मिलीमीटर बारिश हुई।
नईदुनिया प्रतिनिधि, शहडोल। तकरीबन 20 साल के बाद शहर में जोरदार बारिश शहर के लोगों को देखने को मिल रही है शुक्रवार की रात से जो झमाझम बारिश शुरू हुई वह रविवार की सुबह तक जारी है । मुड़ना नदी पूरी तरह से उफान पर चल रही है।
सीमाओं को पार किया मुड़ना नदी ने
स्थिति यह है कि 20 साल के बाद मुड़ना नदी ने अपने सारी सीमाओं को पार कर दिया है। मुड़ना नदी के लगभग 500 मीटर दूर स्थित बूढ़ी माता मंदिर परिसर पानी से पूरी तरह से घिरा हुआ है। मुड़ना नदी ने बूढ़ी माता देवी के बहुत दिनों बाद चरण पखारे और मंदिर परिसर में स्थित गुफा शिव मंदिर का जलाभिषेक किया। भोलेनाथ का मंदिर पूरी तरह से जलमग्न हो गया। यह स्थिति रविवार सुबह तक बनी हुई है।
आसपास के गांवों का संपर्क टूटा
पूरा मंदिर परिसर
पानी से लबालब है और स्थिति यह है कि आसपास के गांव के लोग शहडोल शहर में आने के लिए पूरी तरह से थम गए हैं । बाणसागर बांध का जल स्तर भी रविवार की सुबह 8:00 बजे 340.60 मीटर पर पहुंच गया है यानी कि अब खतरे के निशान से बाणसागर बांध केवल एक मीटर दूर है । संभावना जताई जा रही है कि अगर इसी तरह से बारिश होती रही तो जल्दी ही बांध के गेट खोलने पड़ सकते हैं।
औसत से अधिक बारिश
जिले में 1 जून से अब तक औसत 842 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस अवधि में 743 मिली मीटर औसत बारिश हुई थी यानी कि पिछले साल की अपेक्षा 100 मिलीमीटर औसत बारिश ज्यादा हो चुकी है ।यह बारिश सामान्य से अधिक बताई जा रही है।