
नईदुनिया प्रतिनिधि, शाजापुर। संघ प्रचारक को फोन पर गला रेतकर मारने की धमकी और गाली गलौज करने का मामला सामने आया है। प्रचारक की शिकायत पर कोतवाली थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है। केस दर्ज होने के एक दिन बाद तक पुलिस आरोपित को गिरफ्तार नही कर सकी है। न ही उसकी पहचान हो सकी है। जबकि संघ प्रचारक द्वारा दर्ज कराई शिकायत में उस मोबाइल नंबर का उल्लेख है। जिससे उन्हें गालियां देकर धमकी दी गई।
प्राप्त जानकारी अनुसार आगर जिले के बड़ौद निवासी सोहन पुत्र रामगोपाल परमार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में वरिष्ठ प्रचारक के दायित्व पर हैं। वह 20 अक्टूबर को दीपावली के मौके पर शाजापुर के लालपुरा स्थित संघ कार्यालय में आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम में आए थे।
तभी रात 10 बजकर 22 मिनट पर उनके मोबाइल पर एक नंबर से फोन आया। फोन करने वाला व्यक्ति बोला कि तू बड़ा आरएसएस का कार्यकर्ता बनता हैं और हिंदू समाज की रक्षा करता है। फोन पर ही अश्लील गालियां दीं और हिंदू समाज और संघ के लिए अपशब्द कहे। बोला कि तू मुझे मिल, तेरा गला रेतकर तुझे जान से खत्म कर दूंगा।
इस दौरान मोबाइल फोन स्पीकर पर था, पास ही में संघ कार्यकर्ता राज सोनी, अजय परमार व गिरिराज पाटीदार मौजूद थे। उन्होंने भी यह बातचीत सुनी। इसके बाद भी उसी नंबर से कई फोन आए, फोन नहीं उठाये तो व्हाट्सअप पर कॉल किये और धमकी भरे वीडियो भेजे। 23 अक्टूबर को मामले में केस दर्ज कराया गया।
संघ के विरष्ठ प्रचारक को गला रेतकर मारने की धमकी फोन पर देने के मामले को लेकर संघ कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। थाने में की गई शिकायत में भी इस बात का उल्लेख है कि घटना से हिंदू समाज और संघ कार्यकर्ता आहत हैं। नईदुनिया ने प्रचारक सोहन परमार से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि नए नंबर से फोन आया था। वह फोन करने वाले को नही जानते। पुलिस को शिकायत की है।
मामला संघ प्रचारक से जुड़ा होने के कारण गंभीर है। बावजूद एफआईआर दर्ज होने के एक दिन बाद तक पुलिस फोन करने वाले व्यक्ति की न तो पहचान कर सकी और न ही उनके बारे में कोई जानकारी जुटा सकी है। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल संघ में प्रचारक काफी महत्वपूर्ण होते हैं। सभी कार्यकर्ता उनका काफी आदर सम्मान करते हैं। ऐसे में प्रचारक को गला रेतकर मारने की धमकी देने के मामले को लेकर कार्यकर्ताओं में आक्रोश होना स्वाभाविक है।
मामले में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। साइबर सेल के माध्यम से फोन करने वाली की पहचान पता की जा रही है। इसके बाद ही कार्रवाई आगे बढ़ेगी।
संतोष बाघेला, टीआइ्र कोतवाली