रेलवे सलाहकार बोर्ड के सदस्य शाजापुर व बेरछा स्टेशन पहुंचे, जरूरत और समस्याओं पर बात की-
- रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर-दो की ऊंचाई बढ़ाने, ओवरब्रिज की मांगों को पूरा करने का दिया आश्वासन
शाजापुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
रेलवे सलाहकार बोर्ड सदस्य मुके श सोलंकी शनिवार रात में शाजापुर रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने स्टेशन परिसर का निरीक्षण कर जरूरतों व समस्याओं पर बात की। बोर्ड सदस्य के सामने लोगों ने सुबह के समय शाजापुर से इंदौर तक नई पैसेंजर ट्रेन चलाने और सूरत-मुज्जफरपुर ट्रेन के स्टॉपेज की मांग उठाई। वहीं प्लेटफार्म नंबर-दो की ऊंचाई बढ़ाने व ओवरब्रिज निर्माण की मांगें भी की गई। बोर्ड सदस्य ने आगामी समय में होने वाली बोर्ड की मीटिंग में इन बिंदुओं को उठाने का भरोसा दिया। बोर्ड सदस्य ने बेरछा रेलवे स्टेशन का भी दौरा कि या।
बोर्ड सदस्य सोलंकी निजी दौरे पर आए थे। वे सबसे पहले बेरछा स्टेशन पहुंचे। यहां रेलवे प्रबंधन से विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। इसके बाद शाजापुर रेलवे स्टेशन पहुंचे। मप्र सिलाई कला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सुनील माहेश्वरी, पूर्व पार्षद जितेंद्र मीणा, आरपीएफ थाना प्रभारी के पी शर्मा, स्टेशन अधीक्षक एचएम मीणा व शाहबुद्दीन मंसूरी, नौशाद मंसूरी आदि के साथ प्लेटफार्म का निरीक्षण कर रेलवे अधिकारियों से चर्चा की। इस मौके पर कई लोग भी पहुंचे। उन्होंने बोर्ड सदस्य को समस्याएं बताई तो वहीं सुझाव भी दिए।
ये मांगें उठाई और बताई समस्याएं
- शाजापुर स्टेशन से सुबह के समय इंदौर जाने के लिए कोई ट्रेन नहीं है। दोपहर 12 बजे तक ही कोटा-इंदौर इंटरसिटी आती है। ऐसे में व्यापारी वर्ग बस या निजी वाहनों से ही इंदौर में खरीदी करने जाते हैं। इसलिए लंबे समय से मांग उठाई जा रही कि मक्सी-इंदौर पैसेंजर को शाजापुर तक बढ़ाया जाए। बीच में एक बार इस पैसेंजर का ट्रॉयल भी हो चुका है लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। बोर्ड सदस्य से ट्रेन को शाजापुर से चलाए जाने की मांग की गई।
- सूरत-मुज्जफरपुर ट्रेन का स्टॉपेज शाजापुर स्टेशन पर नहीं है। यदि स्टॉपेज होगा तो स्थानीय लोगों को भी फायदा मिल सके गा। कई वर्ष से स्टॉपेज की मांग उठाई जा रही है।
- प्लेटफार्म नंबर-दो पर सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं है। इस कारण यात्रियों को परेशानी उठाना पड़ती है। ऐसे में प्लेटफार्म की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की गई।
- शाजापुर स्टेशन पर ओवरब्रिज नहीं है। इस कारण यात्रियों को एक से दूसरे प्लेटफार्म तक पहुंचने के लिए पटरियां पार करना पड़ती है।
10एसजेआर15-रेलवे स्टेशन पर लोगों के साथ बोर्ड सदस्य।