नईदुनिया प्रतिनिधि, शिवपुरी: अमोला थानांतर्गत ग्राम अमोला क्रेशर के पास रविवार की दोपहर एक कार कोटा से उरई जाते समय अनियंत्रित होकर सिंध नदी में गिर गई। हालांकि ग्रामीणों की सक्रियता के चलते कार पानी में डूबने से पहले ही उसे किनारे लाकर लोगों ने कार में सवार चारों लोगों को सुरक्षित बचा लिया। पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार कोटा निवासी शैलेंद्र सिंह हाड़ा अपनी पत्नी रेखा कंवर, और बच्चे नौदित्य हाड़ा, देवदत्त हाड़ा के साथ कार में सवार होकर उरई में चल रहे जय गुरूदेव के सत्संग में शामिल होने के लिए जा रहे थे। दोपहर के समय कार जैसे ही अमोला क्रेशर के पास पहुंची तो कार में पीछे से आ रहे एक अन्य वाहन ने कट मार दी, जिससे कार अनियंत्रित होकर सड़क से उतरते हुए सिंध नदी में जा गिरी। हालांकि घटना का सुखद पहलू यह रहा कि जिस समय कार पानी में गिरी उस समय मौके पर काफी ग्रामीण मौजूद थे।
ग्रामीणों ने जब कार को धीरे-धीर पानी में जाते हुए देखा तभी कुछ ग्रामीणों ने सक्रियता दिखाई और अपनी जान जोखिम में डालकर पानी में कूद गए। सभी ग्रामीण पानी में तैरती हुई कार को धक्का देते हुए किनारे पर ले आए। इस कारण कार में पानी भरने से पहले ही वह किनारे तक आ गई और ग्रामीणों ने कार में सवार चारों लोगों को बाहर निकालकर उनकी जान बचा ली। अगर ग्रामीण गोपाल परिहार ,सुखदेव लोधी ,मनोज कलावत ,राकेश मिस्त्री आदि तुरंत पानी में कूंदने का निर्णय नहीं लेते तो यह हादसा गंभीर हो सकता था और पूरा परिवार पानी में डूब जाता।
कार से बाहर निकलने के बाद पूरा परिवार काफी घबराया हुआ था। बेहद घबराई हुई रेखा कंवर का कहना था कि हमें तो कुछ समझ ही नहीं आया, कैसे, क्या हुआ। एक जोरदार झटके के बाद हम पलक झपकते ही पानी में तैर रहे थे। हमें कुछ समझ ही नहीं आ रहा था। इसी दौरान कुछ लोग पानी में कूंद कर आए और हमारी कार को धक्का देकर वह किनारे पर लेकर आए। रेखा के अनुसार वह लोग कोई देव दूत थे, अगर वह नहीं आते तो शायद आज हम लोग कार के साथ ही पानी में डूब जाते।
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